हमीरपुर। जिले में कांस्टेबल (Constable) के एक ट्वीट ने पुलिस महकमे की किरिकरी करा दी है। छुट्टी नहीं मिलने की शिकायत कांस्टेबल मदन वर्मा ने ट्वीट के माध्यम से आलाधिकारियों तक पहुंचाई । कांस्टेबल (Constable) का पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सुमेरपुर थाने में तैनात बीट सिपाही मदन वर्मा ने जीवन राम के नाम से ट्वीटर हैंडल ट्वीट किया है। मदन वर्मा की शिकायत थी कि पांच बार पेशी के बावजूद छुट्टी नहीं मिली। उसने सवाल उठाया कि कार खास को छुट्टी, मुंशी को छुट्टी, लेकिन बीट सिपाही को छुट्टी क्यों नहीं? ट्वीटर पर मनोज वर्मा ने अपनी पीड़ा जाहिर की।
कांस्टेबल (Constable) ने ट्विटर पर जाहिर की पीड़ा
पोस्ट में लिखा गया कि मैं सिपाही केवल तकलीफों में याद आता हूं, दंगों में दिखता हूं, चुनावों में रहता हूं, त्योहारों पर नजर आता हूं लेकिन होली पर छुट्टी नहीं और दिवाली पर छुट्टी को तरसता हूं। एक्सीडेंट होने पर पोस्टमार्टम मैं ही कराता हूं। ड्यूटी ईमानदारी से करता हूं। थाना सुमेरपुर जनपद हमीरपुर में तैनात हूं। छुट्टी की जरूरत है। कांस्टेबल का पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
पोस्ट वायरल होने के बाद आनन फानन में छुट्टी हुई मंजूर
पोस्ट वायरल होने के बाद आनन फानन में छुट्टी को मंजूर करने का फैसला किया गया। अब पुलिस अधिकारी जांच कर कार्रवाई की बात कर रहे हैं। सिपाही मदन वर्मा ने बताया कि 14 मई को थाना प्रभारी राम आसरे सरोज के सामने पेशी हुई था। मां की तबियत खराब होने पर 17 मई से छुट्टी मांगी थी, लेकिन छुट्टी नहीं दी गई।
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ग्यारह दिन बाद दोबारा प्रभारी के सामने पेश होने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, जबकि अन्य पुलिसकर्मियों को छुट्टी दी गई। परेशानी की हालत में मैंने हमीरपुर पुलिस को ट्विटर पर पोस्ट किया था। पोस्ट वायरल होने के बाद पीआरओ से फोन पर बात हुई और मुझे छुट्टी दे दी गई, लेकिन मेरा कार्ड थाना प्रभारी ने जमा करा लिया है।