लाइफस्टाइल डेस्क। शायद आप नहीं जानते होंगे कि ये छोटे से आकार के बीज पोषक तत्वों का भंडार होते हैं। इतना ही नहीं ये कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक नुस्खा भी हैं। अगर संक्षेप में कहा जाए तो सब्जा यानी की तुलसी के बीज कई स्वास्थ्य गुणों का भंडार है।
तुलसी के पौधे का हमारी परंपराओं में एक विशेष महत्व रहा है और इसे हर घर में लगाया भी जाता है। तुलसी के बीज दूसरों से बिल्कुल अलग होते हैं और इनके बेहद फायदे हैं। प्रोटीन, फैट और कार्ब से युक्त ये काले और छोटे सब्जा बीज में अच्छी क्वालिटी का ढेर सारा फाइबर भी होता है।
तुलसी के बीज न केवल डायबिटीज के लिए बल्कि हमारी स्किन के लिए भी बेहद अच्छे होते हैं। हालांकि इनका सेवन करते वक्त हमें सावधानी भी बरतने की जरूरत होती है। इन्हें चबाना मुश्किल होता है इसलिए इन्हें कच्चा खाने के बजाए रात में पानी में भिगोकर रखना चाहिए और सुबह खाना चाहिए।
तुलसी के बीजों का सेवन इतना आसान है कि आप इन्हें 15 मिनट के लिए गर्म पानी में डाल दीजिए और उसके बाद ये सेवन के लिए बिल्कुल तैयार हैं। इस लेख में हम आपको तुलसी के बीजों को पानी में भिगोकर खाने के कुछ ऐसे फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें सुनकर आप चौंक जाएंगे।
शरीर की गर्मी कम करता हैं
पानी में भिगोकर तुलसी के बीजों का सेवन शरीर को गर्मी को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। तुलसी के बीजों में प्राकृतिक रूप से ठंडा करने के उच्च गुण होते हैं और ये पानी में अच्छे तरह से मिल भी जाते हैं। तुलसी के बीजों का सेवन आप नारियल दूध, शरबत और मिल्कशेक में भी कर सकते हैं।
डायिबटीज में फायदेमंद
सबजा बीज टाइप 2 डायबिटीज के लिए बेहद प्रभावी माने जाते हैं। चूंकि ये बीज आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देते हैं और कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में बदलने में मदद करते हैं। आपको बस करना ये है कि एक गिलास दूध में कुछ भीगे हुए बीज मिलाएं और नाश्ते में स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक पेय के रूप में सेवन करें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा किए गए एक प्रयोग से पता चला कि जब टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों ने एक महीने तक अपने भोजन के बाद पानी में 10 ग्राम सब्जा बीज डालकर सेवन किया तो उनके भोजन के बाद ब्लड शुगर में 17% की गिरावट देखी गई। सब्जा के बीज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और आपकी त्वचा के लिए भी अच्छे होते हैं।
तुलसी के बीजों को चबाना मुश्किल होता है, इसलिए इन्हें कच्चा न लें। उपभोग करने से पहले उन्हें पानी में भिगोना सबसे अच्छा है, जो उन्हें अधिक जिलेटिनस बनाता है। स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए हर दिन कम से कम दो चम्मच तुलसी के बीज लेने की सलाह दी जाती है।
वजन कम करने में फायदेमंद
क्योंकि इन बीजों में डायटरी फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है इसलिए ये किसी भी व्यक्ति को ज्यादा देर तक संतुष्ट और पेट भरा रखने में मदद करते हैं। ये शरीर के लिए प्राकृतिक डिटॉक्स का भी काम करते हैं और आंतों को साफ कर पेट के स्वास्थ्य को दुरुस्त बनाने में मदद करते हैं।
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सोने से पहले एक गिलास दूध में कुछ सब्जा बीज डालकर पीएं। ऐसा करने से पाचन में मदद मिलेगी और आपका पेट भी साफ रहेगा। लेकिन सब्जी में पेक्टिन नाम का घुलनशील फाइबर होता है, जो पेट को खाली होने में वक्त लगाने में मदद करता है। ये कुछ हार्मोन का स्तर बढ़ा देता है, जिसके कारण आपका पेट भरा रहता है और आपको भूख को शांत करने में मदद मिलती है। यह पूरी प्रक्रिया वजन कम करने से भी जुड़ी हुई है।
मुंह का स्वास्थ्य दुरुस्त रखता
अगर आपको बार-बार मुंह के छालों की शिकायत रहती है तो आपको सब्जा बीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए। इसके एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल गुण इसे एक प्रभावकारी माउथ फ्रेशनर बनाने का काम करते हैं। ये बीज मुंह की दुर्गंध, सड़न और प्लाक जैसी दंत समस्याओं से भी सुरक्षा देने में मदद करते हैं।
जैसा कि ये प्रकृति का नियम है कि जरूरत से ज्यादा किसी भी चीज का सेवन हानिकारक होता है ठीक ऐसा ही कुछ तुलसी के बीजों के साथ भी है। अगर आप जरूरत से ज्यादा बीजों का सेवन करते हैं तो ये ब्लड प्रेशर को लो कर सकते हैं, हाइपोग्लाइसिमा का कारण बन सकते हैं और पुरुषों की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकते हैं।
न्यूट्रिशिनिस्ट जॉबिन रेड्डी का कहना है कि लोगों को रोजाना एक चम्मच से ज्यादा सब्जा बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि जब भी हम गलत मात्रा यानी की जरूरत से ज्यादा मात्रा में इन बीजों का सेवन करते हैं तो इसके कुछ साइड-इफेक्ट सामने आते हैं। मैंने कई लोगों को सब्जा सीड के दुष्प्रभावों का सामना करते देखा है।
इन बीजों का जरूरत से ज्यादा सेवन दस्त, उल्टी, मतली, मुंहासों, पेट संबंधी परेशानियों और कम भूख लगना जैसी कई समस्याओं का कारण बनता है। इतना ही नहीं कुछ लोगों में लो ब्लड शुगर की भी समस्या हो जाती है।
गर्भवती महिलाओं और बच्चों को सब्जा बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये शरीर में एस्ट्रोजन लेवल को कम करने का काम करते हैं।
तुलसी का तेल और अर्क खून का थक्का बनने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है इसलिए अगर आपको घाव लगा है या हाल ही में सर्जरी हुई है तो इसका सेवन न करें। सर्जरी से दो सप्ताह पहले तक सब्जा बीजों का सेवन करने से बचें।