भोजन बनाते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए और रसोई (Kitchen) में पीने का पानी उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। हम खाना पकाने के लिए आग का उपयोग करते हैं और आग हमारे स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और समृद्धि पर गहरा प्रभाव डालती है। वास्तु में अग्नि तत्व का संचार ठीक से हो इसके लिए रसोईघर (Kitchen) को आग्नेय कोण में रखना शास्त्र सम्मत माना गया है।
ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला के अनुसार, रसोई (Kitchen) आपके घर की वह जगह है जहां हर तरफ की ऊर्जा समाहित होती है। इस स्थान पर घर के निवासियों के लिए पौष्टिक भोजन बनाया जाता है और अगर भोजन वास्तु की सही दिशा को ध्यान में रखकर बनाया जाए तो घर में हमेशा समृद्धि बनी रहती है। वास्तु की मानें तो दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खाना बनाना सही नहीं माना जाता है। दरअसल, यह दिशा यम की दिशा मानी जाती है और इस दिशा में खाना पकाने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है और घर की आर्थिक स्थिति भी खराब हो सकती है।
रसोई (Kitchen) से जुड़ी इन नियमों का रखें ध्यान
> वास्तु के अनुसार, आपको अपने रसोई में लाल और पीले रंग का इस्तेमाल करना चाहिए।
> अगर आपका किचन साउथ या फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में है तो आपको काले या नीले रंग का स्लैब न लगवाएं।आप ग्रेनाइट की स्लैब या फिर मार्बल का स्लैब लगा सकते हैं।
> रसोईघर (Kitchen) में माता अन्नपूर्णा का एक चित्र जरूर होना चाहिए। साथ ही फलों व सब्जियों से भरा एक सुंदर सा चित्र अपनी रसोई में लगाएं।
> माता अन्नपूर्णा और फलों व सब्जियों के चित्रों को लगाने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती है। घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
> घर में बाथरूम और किचन (Kitchen) कभी भी एक-दूसरे के आसपास नहीं बनाना चाहिए। अगर ऐसा है तो उपयोग न होने पर बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।