हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना संक्रमण के हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक महाकुंभ में शामिल 100 तीर्थयात्रियों और 20 संतों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इन आंकड़ों ने शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि 12 और 13 अप्रैल को लाखों की संख्या में श्रद्धालु शाही स्नान करने के लिए हरिद्वार कुंभ पहुंचे थे। ऐसे में यहां कोरोना स्प्रेड होने की बड़ी आशंका बनी हुई है। बीते रविवार रात तक कुंभ पहुंचे 102 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी थी, अब नए आंकड़े सामने आ रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखंड समेत देशभर में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार का खौफ दिख रहा हो, लेकिन हरिद्वार महाकुंभ में इसका असर न के बराबर दिख रहा है। दरअसल, मास्क, सोशल डिस्टेंस और कोरोना के नियम भूलकर लाखों की संख्या में भक्त कुंभ में पहुंच रहे हैं।
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यही नहीं, इस दौरान उत्तराखंड सरकार को भी थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क के नियम के पालन के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। जबकि कई पॉइंट पर मेला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। हालांकि सीएम तीरथ सिंह रावत ने दावा किया है कि शाही स्नान के दौरान राज्य सरकार ने केंद्र की ओर से जारी की गई कोराना गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया है।
कुंभ मेला पुलिस नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, बीते सोमवार हुए दूसरे शाही स्नान में 31 लाख से ज्यादा भक्तों ने भाग लिया था। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस दौरान बीते रविवार की रात 11:30 बजे से सोमवार शाम पांच बजे तक 18169 श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें से 102 पॉजिटिव पाए गए हैं।
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इसके अलावा कई जगह मेला प्रशासन की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था नदारद दिखी। जबकि सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के बावजूद श्रद्धालु मास्क नहीं पहन रहे हैं। यही नहीं,यूपी के आगरा से आने वाले एक श्रद्धालु के मुताबिक, यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर बने चेक पॉइंट पर जरूरी उनकी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट देखने के अलावा थर्मल स्क्रीनिंग की गई, लेकिन मेला एरिया में ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है।