उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
श्री सहगल ने बृहस्पतिवार शाम यहां लोक भवन में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे। बचाव ही सबसे बेहतर इलाज है। विशेषकर खासकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चे सार्वजनिक स्थानों व कार्यक्रमों में जाने से परहेज करें।
उन्होंने बताया कि सरकार ने कोविड संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया है। अब तक 2.15 करोड़ से अधिक टेस्ट किये जा चुके है। घर-घर सर्वें का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 14.85 करोड़ लोगों तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी भी ली गयी है। उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमण की जांच की गयी है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों से सम्पर्क किया गया है।
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इस बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में 1,54,542 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक 2,19,99,031 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 1539 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 18,150 कोरोना के एक्टिव मामले में से 7,945 लोग होम आइसोलेशन में हैं। राज्य में अब तक 3,30,778 लोग होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं तथा 3,22,833 लोगों ने अपनी होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है।
उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 1802 लोग इलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 5,44,503 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी प्रतिशत 95.39 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,74,724 क्षेत्रों में 4,88,311 टीम दिवस के माध्यम से 3,04,84,645 घरों के 14,85,69,032 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन में 4184 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 2,80,554 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।
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श्री प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीन के भण्डारण के साथ-साथ वैक्सीन लक्षित समूहों को लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही वैक्सीन के लिए तकनीकी लोगों को प्रशिक्षण देने का भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक पहले से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाना होगा। उन्होंने लोगों से अपील कि है कि शीतकाल के समय विशेष सावधानी बरते और सभी लोग मास्क पहनें, हाथ साबुन-पानी से धोते रहें तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लोगों से दो गज की दूरी बनाये रखें।