प्रदेश सरकार ने छोटे एवं मध्यम वर्ग के व्यक्तियों को बचाने का कार्य किया है। प्रदेश में मेडिकल सम्बन्धित किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी गयी है एवं बडे धैर्य के साथ मुकाबला किया गया है और उप्र में स्थित पूरी तरह से नियंत्रित है जो लक्षण युक्त मरीज थे उनमें तेेजी के साथ सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। यह बात मुख्यमंत्री उप्र योगी आदित्यनाथ ने बांदा अपने दौरे के दौरान कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 दिनों के अन्दर उप्र में दोे लाख से अधिक मरीज ठीक हुए हैं। प्रदेश में 24 अप्रैल, 2021 को सबसे ज्यादा 38 हजार केस सामने आये थे। आज प्रदेश में यह संख्या घटकर चार हजार पहुंच गयी है। वहीं एक्टिव केश की संख्या तीन लाख दस हजार से घटकर 84,000 तक पहुंच गयी है। मुख्यमंत्री उप्र योगी आदित्यनाथ ने सर्वप्रथम जनपद बांदा के बडोखर खुर्द गांव के प्राथमिक विद्यालय में निगरानी समितियों के द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कोविड नियंत्रण के लिए दिशा निर्देश दिये तथा उपस्थित आशा कर्मी से वार्ता भी की। इसके बाद राजकीय ऐलोपैथिक मेडिकल काॅलेज बांदा में पहुंचकर मण्डलीय समीक्षा बैठक की।
समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने मण्डल की स्थित से अवगत कराया और कहा कि पूरे मण्डल में हमारी निगरानी समितियां सक्रिय होकर कार्य कर रही हैं। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश समय-समय पर दिये जाते हैं तथा हमारे मण्डल में आक्सीजन प्लांट भी स्थापित किये जा रहे हैं जिससे आने वाले समय में आक्सीजन की किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आयेगी। इसके साथ ही कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भी आगे बढ़ रहा है और मण्डल के प्रत्येक ग्राम पंचायतों सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं जिनका कार्य लक्षणयुक्त मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध करवाना और अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर टीकाकरण के लिए प्रेरित करना एवं कोविड-19 के प्रति जागरूक करना है।
यूपी के पुलों के अनुरक्षण व मरम्मत हेतु 80 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई
मुख्यमंत्री उप्र योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा के दौरान मण्डल के महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट जनपदों के जिलाधिकारियों से वीसी के माध्यम से वार्ता करते हुए निर्देशित किया कि अधिक से अधिक कोविड-19 के टेस्ट की क्षमता आबादी के हिसाब से बढायी जाए एवं निगरानी समितियों को गांव-गांव भेजकर लक्षणयुक्त व्यक्तियों का चिन्हीकरण कर एन्टीजन टेस्ट कर तत्काल मेडिसिन किट उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री ने मण्डल के चारों जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से मेडिकल स्टाॅफ एवं सीएचसी, पीएचसी एवं वेलनेस सेन्टर आदि के विषय में जानकारी प्राप्त की और निर्देशित किया कि यदि कहीं टेक्नीशन नही हैं तो पैरामेडिकल की टेªनिंग कराकर तैनाती करायी जाए।इसके उपरान्त बैठक में जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर कोरोना की दूसरी लहर के दरमियान सामने आयी कमियों एवं तीसरी लहर से निपटने पर चर्चा की। समीक्षा बैठक में मण्डल के चित्रकूट, महोबा एवं हमीरपुर जिले के जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारी वीडियो कान्फे्रन्सिंग के माध्यम से जुडे रहे। मुख्यमंत्री ने जनप्र्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने क्षेेत्र के कोविड कमाण्ड सेन्टर, वैक्सीन सेन्टर का निरीक्षण करें। यदि कोई कमियां हों तो जनपद के अधिकारियों को अवगत करायें तथा वहां स्थित को सुदृढ करायें।
सबसे अधिक युवाओं को वैक्सीन लगाने वाला देश का पहला राज्य बना यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव-गांव में कोविड सेन्टर बनेगा। वैक्सीन एक बडा सुरक्षा कवच है इसलिए सभी लोग इसे अवश्य लगवायें। मीडिया कर्मियों का सेन्टर अलग से बनाया जाए और वैक्सीनेशन किया जाए। उन्होंने कहा कि चित्रकूटधाम मण्डल बांदा ने बहुत ही अच्छा एवं सराहनीय कार्य किया है। सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक से किया है। उन्होंने इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेन्टर विकास भवन बांदा का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं पर संतुष्टी जाहिर की।
समीक्षा बैठक में पीडब्लूडी राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, सांसद चित्रकूट-बांदा आरके सिंह पटेल, सांसद हमीरपुर पुष्पेेन्द्र सिंह चन्देल, विधायक सदर प्रकाश द्विवेदी, विधायक नरैनी राजकरन कबीर, विधायक बबेरू चन्द्रपाल कुशवाहा, विधायक मऊ-मानिकपुर आनन्द शुक्ला, जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद, पुलिस उप महानिरीक्षक के सत्यनारायना, जिलाधिकारी बांदा आनन्द कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक बांदा सिद्धार्थ शंकर मीणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा एनडीशर्मा, अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव सिंह बघेल सहित जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।