मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ट्रिपल टी मॉडल उत्तर प्रदेश में कोरोना के नियंत्रण में काफी हद तक सफल हो रहा है। प्रदेश में पिछले घंटे के अंदर कोविड-19 संक्रमण के 1175 नये मामले आये हैं।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यहां बताया कि इस समय उत्तर प्रदेश देश का अकेला राज्य है, जिसने सर्वाधिक टेस्ट किए और ट्रिपल टी मॉडल के जरिए सबसे तेजी से कोरोना को कंट्रोल करने में सफलता पायी। पिछले 24 घंटे में उप्र ने किए 3,18,714 टेस्ट जिनमें मात्र 1175 केस पॉजिटिव केस मिले।
प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अब मात्र 22,877 एक्टिव केस हैं। अब तक कुल किए जा चुके टेस्ट की संख्या 5,07,23,809 है। वहीं दो जनपदों में जीरो केस हो गया है, जबकि 37 जनपदों में सिंगल डिजिट में और शेष जनपदों में डबल डबल डिजिट में मामले बचे हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 97.4 प्रतिशत हो चुका है। इस तरह उप्र ने अपने अधिकतम स्तर (कोरोना इंफेक्शन) से 96.9 प्रतिशत सक्रिय मामले कम करने में सफलता पाई।
सरकार का दावा इसलिए यूपी माडल है अनुकरणीय व सराहनीय
1-जीवन के साथ जीविका को भी सुरक्षित रखने में रहा सफल।
2-दिल्ली महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने लगाया संपूर्ण लाकडाउन जबकि यूपी में केवल कोरोना कर्फ्यू ही लगाया गया। सावधानी के साथ चलने दी गयीं सभी सामाजिक व आर्थिक गतिविधियां।
प्रदेश में आज से शुरू हुई OPD सेवाएं, कोविड प्रोटोकॉल के तहत होगा इलाज
3-कृषि, मंडी, निर्माण कार्य और उद्यम सभी को कोरोना प्रोटोकाल के साथ सुचारु रूप से चलाया गया।
4-खेती बाड़ी सुचारु रूप से चलती रही, ट्रांसपोर्टेशन की सुविधाएं जारी रहीं सब्जी मंडी व फल मंडी खुले रहे, आवश्यक वस्तुओं से संबंधित दुकानें निरंतर चलते रहीं।
5-सरकारी कार्यालय बंद नहीं किए गए बल्कि एक तिहाई वर्कर्स को कोविड प्रोटोकाल का पालन कराते हुए रोटेशनल सिस्टम से कार्य करने की सुविधा जारी रही।
6-सभी उद्यम इकाइयों की कोविड हेल्प डेस्क और कोविड केयर सेंटर के साथ आर्थिक गतिविधियां जारी रखने में सफलता प्राप्त की।
7-डब्ल्यूएचओ, नीति आयोग और मुंबई हाई कोर्ट ने की सराहना।