उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के निदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत इसके रोकथाम के लिए मण्डी समितियों में कृषकों, व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं की सुरक्षा के हर सम्भव प्रयास कर रहे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 220 निर्मित मण्डी स्थलों में कोविड हेल्पडेस्क की स्थापना करायी गयी है। सभी मण्डी स्थलों में पब्लिक एड्रेस के माध्यम से कोविड-19 से सुरक्षा हेतु प्रचार-प्रसार की व्यवस्था भी सुनिश्चित किया गया है।
मण्डी निदेशक ने बताया कि मण्डी एवं उपमण्डी परिसरों में प्रवेश हेतु समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों, श्रमिकों, व्यापारियों एवं किसानों के लिए मास्क/गमछा को प्रयोग अनिवार्य रूप से करया जा रहा है। सोशल डिस्टेसिंग, सेनेटाइजर/साबुन का उपयोग का नियामित रूप से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के प्रोटोकाॅल के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। मण्डी स्थलों में लगातार साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी है।
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श्री सिंह ने बताया कि मण्डी परिसरों में जिला प्रशासन के सहयोग से नगर निगम एवं मुख्य अग्निशमन अधिकारी से समन्वय स्थापित कर सयंत्रों/उपकरणों से पूरे परिसर में सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। इसके साथ ही रात्रिकालीन संचरण पर रोक पाये जनपदों में फल-सब्जी एवं खाद्यान्न की व्यापारिक गतिविधियों निरन्तरता सुनिश्चित किए जाने की व्यवस्था की गयी है।
मण्डी निदेशक ने बताया कि कृषि उत्पादों के नियमित आपूर्ति एवं व्यापार के लिए प्रदेश के अन्दर तथा प्रदेश के बाहर व्यापारियों से समन्वय(फारवर्ड बैंकवर्ड लिंकेज) हेतु व्यापारियों के साथ बैठक किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त मण्डी स्थलों में सेनेटाइजेशन हेतु 33 लाख रूपये की धनराशि उपलब्ध करायी गई है। उन्होंने बताया कि आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान फल, सब्जी एवं खाद्यान्न की नियमित रूप से आपूर्ति हो रही है।