महाराष्ट्र में वैक्सीन लेने के कुछ ही देर बाद मौत का मामला सामने आया है। मंगलवार को राज्य में कोविड-19 टीके का दूसरा डोज लेने के कुछ ही देर बार दम तोड़ दिया। स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर व्यक्ति ने पहला डोज 28 जनवरी को लिया था। फिलहाल डॉक्टर्स का कहना है कि मौत के असल कारण का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद स्थिति साफ होने की संभावना जताई है।
मराठी समाचार वेबसाइट लोकमत की रिपोर्ट के अनुसार भिवंडी के रहने वाले सुखदेव किरदत वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद ऑब्जर्वेशन रूम में करीब 15 मिनट तक बेहोश रहे। इसके बाद उन्हें नजदीक स्थित इंदिरा गांधी मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। दो बच्चों के पिता किरदत आंखों के एक डॉक्टर के लिए ड्राइवर के तौर पर काम करते थे। उन्होंने 28 जनवरी को पहला टीका लगवाया था।
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अस्पताल में मौजूद डॉक्टर खरात ने बताया ‘उन्होंने एक महीने पहले पहला डोज लिया था और तब कोई परेशानी नहीं थी। डोज के पहले पूरा चेकअप किया गया था।’ उन्होंने कहा ‘हमने पाया है कि उन्हें कई सालों से ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। उन्हें पंजों में सूजन जैसे लक्षण नजर आ रहे थे, लेकिन यहां उनका बीपी सामान्य था और ऑक्सीजन भी सामान्य ही था।’ उन्होंने कहा ‘यह कहना मुश्किल है कि किस वजह से मौत हुई है। इसके लिए पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।’
देशभर में जारी दूसरे चरण के टीकाकरण में 60 साल से ऊपर और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल की उम्र से ऊपर के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था। मंगलवार को महाराष्ट्र मं 33 हजार 44 लोगों को वैक्सीन दी गई। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को टीका लगवाने पहुंचे लोगों की संख्या बढ़ी। कोरोना वायरस महामारी से महाराष्ट्र खासा प्रभावित है।