मुंबई। भारत में इस वैक्सीन का प्रोडक्शन करने जा रहे पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया कि पूरी दुनिया कोविड से जूझ रही है, इसलिए हम इसकी कीमत कम से कम रखेंगे।
उन्होंने इस पर शुरुआत में प्रॉफिट नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में इसकी कीमत 1000 रुपये के आसपास या इससे कम हो सकती है। एक न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना संकट का सामना कर रही है। इसलिए वैक्सीन की मांग बहुत ज्यादा होगी। ऐसे में हमें उसके उत्पादन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए सरकारी मशीनरी की जरूरत होगी। बता दें कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित प्रयोगात्मक कोविड -19 वैक्सीन को बनाने के लिए बायोफर्मासिटिकल कंपनी AstraZeneca के साथ पार्टनरशिप की है।
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पूनावाला ने कहा कि वे कोविड -19 वैक्सीन के ट्रायल की शुरुआत अगस्त के अंत तक 5,000 भारतीय स्वयंसेवकों से की जाएगी। आवश्यक नोड्स प्राप्त करने के बाद अगले साल जून तक वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा।
बड़े पैमाने पर होगा वैक्सीन का प्रोडक्शन
हम बड़े पैमाने पर इस वैक्सीन का प्रोडक्शन करने जा रहे हैं और इस हफ्ते वैक्सीन के लिए मंजूरी लेने जा रहे हैं। पूनावाला ने बताया कि दिसंबर तक ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 30-40 करोड़ डोज बनाने में हम सफल हो जाएंगे।
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पूनावाला ने बताया कि इससे पहले किसी वैक्सीन के लिए इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ी। हम कोरोना वैक्सीन के कारण कई प्रोडक्ट पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। कोरोना महामारी के बढ़ते संकट को देखते हुए ऐसा लगता है कि अगले दो-तीन साल तक इस वैक्सीन पर ही फोकस करना होगा, क्योंकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है।