नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार शाम तक पूरे देश में 1,91,181 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया। वहीं वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या 16,755 थी।
#COVID19 | 1,65,714 people were vaccinated today; No case of post-vaccination hospitalisation reported so far: Health Ministry pic.twitter.com/YribCc1Znj
— ANI (@ANI) January 16, 2021
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अंडमान और निकोबार में 78 लोगों को टीका लगा। आध्र प्रदेश में 16,963, अरुणाचल प्रदेश में 743, असम में 2,721, बिहार में 16,401, चंडीगढ़ में 195, छत्तीसगढ़ में 4,985, दिल्ली में 3,403, गोवा में 373 और गुजरात में 8,557 लोगों को टीका लगाया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चूंकि यह टीकाकरण का पहला दिन था, इसलिए कुछ मामले सामने आए। जैसे कुछ सत्र स्थलों पर लाभार्थी सूची अपलोड करने में देरी हुई और कुछ टीकाकरण श्रमिकों को आज के सत्र के लिए निर्धारित नहीं किया गया था। दोनों मामलों पर अब काम किया जा रहा है, ताकी आगे ऐसी किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहले दिन 3351 सत्र में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। मंत्रालय ने बताया कि पहले दिन देशभर में कुल 16,755 कर्मचारियों ने इस महाभियान में अपनी सेवा दी। भारत में शनिवार 16 जनवरी से कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान का आगाज हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस दिन का बेसब्री से इंतजार था वह आ गया है।
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इसी दिन के लिए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने कहा था कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना टीका विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो रही है। इस दौरान वह उन लोगों को याद करके भावुक हो गए जो बीमार होने पर अस्पताल गए लेकिन वापस नहीं आए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स, इन्होंने मानवता के प्रति अपने दायित्व को प्राथमिकता दी।
इनमें से अधिकांश तब अपने बच्चों, अपने परिवार से दूर रहे। उन्होंने एक बार फिर से दवाई भी और कड़ाई भी नारे को दोहराया। इसके बाद दिल्ली एम्स में सफाई कर्मचारी को कोरोना का पहला टीका लगा। इसके बाद खुद एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने टीका लगवाया। आज देशभर में तीन लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।