प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छानुसार देशभर में कोरोना का टीका उत्सव मनाया गया। लेकिन जिले में कई स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं थी। लिहाजा लोग वेक्सिनेशन केंद्रों से लौटने को मजबूर हुए।
2012 में दिल्ली गैंगरेप का शिकार निर्भया का गांव जिले के सुदूरवर्ती इलाके में स्थित है। निर्भया के गांव में इस उद्देश्य से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की गई कि लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया होंगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इलाके के लोग निर्भया के गांव पीएचसी पर पहुंच रहे हैं। यहां वैक्सीन उपलब्ध न होने से दो दिन से लौटना पड़ रहा है।
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इस केंद्र के प्रभारी डा.आरपी चौधरी ने कहा कि अब तक लगभग चार सौ डोज लगाई जा चुकी है। मंगलवार और बुधवार को टीकाकरण नहीं हो सका है। जैसे ही टीके उपलब्ध होंगे, लोगों को लगाए जाएंगे। कहा कि यहीं नहीं, क्षेत्र के कई और सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन नहीं थी।
निर्भया के गांव के सरकारी अस्पताल पर जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने की शिकायतें अक्सर सामने आती रहती हैं। ऐसे वक्त में जबकि कोरोना कहर बरपा रहा है, वैक्सीन कई दिनों तक उपलब्ध न रहे, कई सवाल खड़े करता है।