नई दिल्ली। राजधानी में कोरोना वायरस पर लगाम लग रही है। जून में जो संक्रमण दर 30 फीसदी के करीब पहुंच गई थी, अब बीते एक महीने से 10 फीसदी से नीचे बनी हुई है। लगातार जांच की संख्या बढ़ाने और सही समय पर संक्रमितों की पहचान करने जैसे कदमों को उठाकर बढ़ती संक्रमण दर को काबू में कर लिया गया है। इस समय संक्रमण दर घटकर 6 फीसदी रह गई है।
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दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 8 से 16 जून के बीच संक्रमण दर 30 फीसदी के करीब थी। वहीं, जुलाई के पहले सप्ताह में 9.5 फीसदी हो गई थी। उसके बाद से ही यह दर 10 फीसदी से नीचे बनी हुई है। बृहस्पतिवार को संक्रमण दर 6.2 फीसदी रही। यानी, जून में जांच के मुकाबले संक्रमितों की जो दर 30 फीसदी तक पहुंच गई थी, अब 6 फीसदी ही रह गई हैै। अब कोरोना जांच में 100 में से महज 6 लोग की संक्रमित मिल रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार लंबे समय तक संक्रमण दर का स्थिर रहना इस बात का संकेत है कि अब नए मरीजों की रफ्तार कम हो गई है और करीब 30 फीसदी लोग संक्रमित होकर ठीक भी हो चुके हैं। साथ ही जांच में तेजी और सही समय पर संक्रमितों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करने से बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाई गई है। अगर आने वाले महीनों में यह दर 5 फीसदी से नीचे पहुंचती है तो यह अच्छे संकेत होंगे।
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राजधानी में बीते एक महीने में 4,99,950 लोगों की जांच की गई है। इस दौरान रोज औसतन 17 हजार लोगों की जांच की गई। जांच बढ़ने के बाद भी संक्रमण दर लगातार कम हो रही है। हालांकि, अब 70 फीसदी जांच एंटिजन किट के माध्यम से की जा रही है, जिसके परिणाम 80 फीसदी तक सही होते हैं। जो लोग एंटिजन जांच में निगेटिव मिलते हैं और उनमें संक्रमण के लक्षण हैं, ऐसे लोगों की दोबारा आरटी-पीसीआर जांच कराई जा रही है।