वाराणसी। काशी में स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Kashi Vidyapeeth) में देश का पहला ट्रांसजेंडर सेल शुक्रवार को खुल गया। इसकी मदद से ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों के अधिकार व सामाजिक न्याय की व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी। विश्वविद्यालय परिसर (Kashi Vidyapeeth) के साथ ही बाहर भी गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सेल की शुरूआत पर खुशी जताई और कहा कि ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों के लिए बेहतर काम किया जाए।
कुलपति प्रो. एके त्यागी ने बताया कि समाजकार्य विभाग के प्रो. संजय को समन्वयक की जिम्मेदारी दी गई है। ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों को अब शैक्षणिक माहौल के साथ ही सामाजिक जीवन में आने वाली समस्याओं से निजात दिलाई जाएगी।
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विश्वविद्यालय परिसर (Kashi Vidyapeeth) के बाद वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र के संबद्ध 350 महाविद्यालयों में भी ट्रांसजेंडर सेल की शाखाएं खोली जाएंगी। कौशल विकास के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। समन्वयक प्रो. संजय ने कहा कि ट्रांसजेंडर विद्यार्थी सामाजिक भय से अपनी पहचान छिपा कर रखते हैं। वर्तमान में लगभग 25 से अधिक ट्रांसजेंडर विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं।