उत्तर रेलवे की विद्युतीकरण लाइन का 228 क्विंटल तार बीते तीन मार्च को चोरों ने चोरी कर लिया था। पांच चोरों ने तार काटकर दो कबाड़ियों को बेच दिया। मामले की सूचना पाकर रेलवे सुरक्षा बल ने सवारी एवं माल डिब्बा पोस्ट पर रेल सम्पत्ति चोरी का मामला दर्ज कराया था। अब अदालत ने दोनों कबाड़ियों को फरार घोषित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि बिजली का तार चोरी हो जाने के बाद सीआईबी की टीम के साथ मिलकर पांचों चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन चोरी का माल खरीदने वाले कबाड़ी फरार चल रहे हैं।
मीठी नदी के तट पर वाझे को लेकर पहुंची NIA, मिले ये महत्वपूर्ण सबूत
इसे लेकर जब अदालत को अवगत कराया गया तो न्यायालय ने यहियागंज निवासी अमित अग्रवाल व कोयला मंडी निवासी हिमांशु भारद्वाज को फरार घोषित कर दिया है। उन पर 228 क्विंटल तार 560 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदने का आरोप है। उन्होंने बताया कि अदालत ने अब इन दोनों कबाड़ियों पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं। बहुत जल्द लापता चल रहे दोनों कबाड़ियों को खोजकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है कि जब चोरों ने ओएचई तार चोरी किया हो। इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटना हो चुकी है। रेलवे ने अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए, लेकिन मौका पाकर चोर रेलवे के सामान पर हाथ साफ करने में कामयाब हो ही जा रहे हैं।