नई दिल्ली। भारत में 60 साल से अधिक उम्र व पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को एक मार्च से कोविड-19 रोधी टीका लगाने की तैयारी चल रही है। इस बीच शनिवार एवं रविवार को टीकाकरण सत्र का आयोजन ‘को-विन’ डिजिटल मंच को ‘को-विन 1.0′ से ‘को-विन 2.0′ में ले जाने के मद्देनजर नहीं होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को पहले ही इस बदलाव के बारे में सूचित किया जा चुका है। ‘को-विन’ सॉफ्टवेयर कोरोना वायरस रोधी समूचे टीकाकरण अभियान को सही ढंग से अंजाम देने के लिए तैयार किया गया है।
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स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाने के लिए 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरुआत की थी। अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था।
मंत्रालय ने कहा कि एक मार्च से देशव्यापी टीकाकरण का बड़े पैमाने पर विस्तार किया जा रहा है जिससे कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और पहले से ही किसी अन्य बीमारी से पीड़ित 45 से अधिक उम्र के लोगों को इसमें शामिल किया जा सके।
मंत्रालय ने कहा कि इस शनिवार एवं रविवार (27 और 28 फरवरी) को ‘को-विन’ डिजिटल मंच को ‘को-विन 1.0′ से ‘को-विन 2.0′ में तब्दील किया जाएगा। इसके मद्देनजर इन दो दिनों के दौरान कोविड-19 टीकाकरण सत्र का आयोजन नहीं किया जाएगा। सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को पहले ही इस बदलाव के बारे में सूचित किया जा चुका है।