लखनऊ। कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन के बाद हुए अनलॉक के दौरान पूरे देश में कोरोना संक्रिमित मरीजों के सामने आने में तेज वृद्धि देखने को मिल रही है।
मौजूदा समय में देश में रोज 35000 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। इसी साल 30 जनवरी को देश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आने के बाद से बढ़ रही कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी 10 लाख को पार कर गई है। इस बीच देश में चिकित्सकों की शीर्ष संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि देश में कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है।
कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा
इससे पहले असम सरकार स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने बीती पांच जुलाई को कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत देते कहा था कि शहर में संपूर्ण लॉकडाउन लागू है। फिर भी हालात चिंताजनक हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए और अधिक टेस्टिंग की जरूरत है। इसके बाद केरल सरकार के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने बीते शुक्रवार को उनके राज्य के तिरुअनंतपुरम क्षे़त्र में कम्युनिटी स्प्रेड होने की बात कही थी।
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हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और आईसीएमआर ने कम्युनिटी ट्रांसमिशन की खबरों को खारिज कर दिया है। आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ वीके मोंगा ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जो खतरनाक है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण अब देश के ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है, यह बुरा संकेत है, यह कम्युनिटी स्प्रेड दिख रहा है।
डॉ मोंगा ने कहा कि भारत में हर दिन कोरोना के नए मामले आने की रफ्तार तेज हो रही है। पिछले एक हफ्ते का आंकड़ा देखें तो 30-35 हजार के करीब कोरोना संक्रमित रोज सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के लिए वास्तव में यह बहुत विकट स्थिति है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के पीछे बहुत सारे कारण हैं। लेकिन अब यह साफ हो गया है कि यह ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ रहा है जो बहुत ही खराब संकेत है। अब हमें कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड के साफ साफ संकेत मिल रहे हैं।