उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्थानीय सहभागिता और सामाजिक संगठनों के सहयोग से राज्य की सभी न्याय पंचायतों में गौ आश्रय स्थल विकसित किये जायेंगे।
विधानसभा में बजट सत्र के पांचवें दिन बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुये श्री योगी ने कहा कि प्रदेश की सभी न्याय पंचायतों में गौ-आश्रय स्थलों का विकास किए जाने की योजना है। इसके लिए स्थानीय सहभागिता और सामाजिक संगठनों का सहयोग भी लिया जाएगा।
उन्होने बताया कि गौ-आश्रय स्थलों पर करीब साढ़े पांच लाख गोवंश संरक्षित किए गए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के तहत लगभग 78,008 गोवंश पशुपालकों को सौंपे गए हैं। प्रदेश के कुपोषित बच्चों के परिवारों को गायें उपलब्ध कराई गई हैं। ऐसे परिवारों को हर माह एक गाय के भरण-पोषण के लिए 900 रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है जिसका असर इस वर्ष के बजट में भी दिखा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में निराश्रित गोवंशों के भरण-पोषण के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। प्रदेश में वृहद गौ-संरक्षण केन्द्र की स्थापना की जा रही है। वाराणसी में गोकुल ग्राम बन रहा है । गोकुल ग्राम के तर्ज पर ही अन्य शहरों में भी गौ संरक्षण की व्यवस्था की जाएगी।