उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए निरन्तर सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है।
श्री योगी शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पर प्रभावी अंकुश के लिए निरन्तर सतर्कता एवं सावधानी बरती जाय। उन्होंने कहा है कि कोरोना के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसलिए कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रभावी उपाय जारी रखते हुए लोगों को कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए।
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उन्होंने कहा कि आगामी पर्वों की तैयारियों के सिलसिले में बाजारों में बड़ी संख्या में लोग खरीददारी करने के लिए आ रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए विभिन्न समूहों की फोकस टेस्टिंग का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू समेत विभिन्न संचारी रोगों को नियंत्रित करने के लिए एन्टी लार्वा रसायनों का नियमित तौर पर छिड़काव किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि फाॅगिंग का कार्य लगातार संचालित हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ के निर्देशों के क्रियान्वयन की जिलास्तर पर समीक्षा की जाए। तत्पश्चात वे स्वयं शासन स्तर पर समीक्षा करेंगे।
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श्री योगी ने कहा कि कुपोषित परिवारों, जिनके पास गाय रखने का स्थान उपलब्ध हो तथा गौ-पालन के इच्छुक हों, उन्हें गो-आश्रय स्थलों से गाय उपलब्ध करायी जाए। गाय के भरण-पोषण के लिए प्रति गाय प्रतिमाह 900 रुपये भी प्रदान किये जाएं।
यह व्यवस्था ‘मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ के तहत की जाए। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अब तक 1,052 कुपोषित परिवारों को गोवंश उपलब्ध कराया गया है।