नई दिल्ली। आम तौर पर जेल (Jail) में रहकर कैदी सिर्फ अपनी सजा के दिन गिनते हैं, लेकिन नवादा जेल में कुछ ऐसा हुआ जो चर्चा का विषय बन गया है। यहां जेल में बंद एक युवक ने अपना भविष्य तलाश लिया है।
नवादा मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी सूरज कुमार (उर्फ कौशलेन्द्र कुमार) ने IIT की जॉइंट इंडियन टेस्ट फॉर मास्टर (IIT- JAM) परीक्षा क्वालीफाई कर ली है। इतना ही नहीं, उसने अच्छे मार्क्स भी हासिल किए हैं और ऑल इंडिया 54 रैंक प्राप्त की है।
कौशलेन्द्र करीब 11 महीने से जेल में बंद है और जेल से ही सेल्फ स्टडी कर रहा है। जेल (Jail) से ही तैयारी करते हुए कौशलेन्द्र ने आईआईटी जॉइंट इंडियन टेस्ट फॉर मास्टर (IIT JAM) परीक्षा क्वालीफाई कर ली है।
IIT JAM 2021 एग्जाम की आन्सर की हुई जारी, jam.iisc.ac.in से करें डाउनलोड
IIT रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में उसे 54वीं रैंक हासिल हुई है। IIT के द्वारा हर साल JAM परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह एक एंट्रेंस एग्जाम है जिसके माध्यम से 2 वर्षीय MSc प्रोग्राम (मास्टर्स कोर्स) में दाखिला मिलता है।
कौशलेन्द्र बिहार के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है। विगत 19 अप्रैल को मौसमा गांव में 45 वर्षीय संजय यादव की नाला निर्माण को ले कर बुरी तरह पिटाई कर दी गई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसी सिलसिले में कौशलेन्द्र जेल में हैं और उनका मामला विचाराधीन है। परिवार के लोग बताते हैं कि सूरज का सपना वैज्ञानिक बनने का है। इस सफलता का श्रेय उन्होंने पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे तथा अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है।