नई दिल्ली। क्रेडिट कार्ड से जमकर खर्च करने वाले उपभोक्ता कोरोना संकट के दौर में संभलकर खर्च कर रहे हैं। इस साल सितंबर में क्रेडिट कार्ड से 14.9 करोड़ स्वाइप हुआ है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 17 फीसदी कम है। हालांकि, डेबिट कार्ड से खर्च में कुछ तेजी आई है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है।
क्रेडिट कार्ड के उपयोग में गिरावट को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इसके कई कारण हो सकते हैं। उनका कहना है कि कोरोना के दौर में छंटनी और वेतन कटौती का डर उपभोक्ताओं में कम नहीं हुआ है। ऐसे में वह किसी अनहोनी की आशंका में क्रेडिट कार्ड को बड़े मददगार के रूप में मानकर चल रहें जिसकी वजह से मौजूदा समय में वह इससे खर्च करने में बच रहे हैं।
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उनका कहना है कि इसके अलावा कारोबारी गतिविधियां बहुत तेजी से आगे नहीं बढ़ रही हैं और कोरोना के टीके में देरी और कोरोना के बढ़ते मामले से भी उपभोक्ताओं में डर बना हुआ है। होटल, रेस्त्रां, ट्रेन और हवाई यात्राएं सख्त शर्तों के साथ जारी हैं जिससे उपभोक्ता बाहर निकल कर खर्च नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह से भी क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में गिरावट आई है।
क्रेडिट कार्ड ज्यादातर नौकरीपेशा करते हैं। वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि कोरोना संकट से छंटनी और वेतन कटौती से नौकरीपेशा वर्ग क्रेडिट कार्ड के उपयोग को मुश्किल वक्त के लिए बचाकर रखना पसंद कर रहा है। अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत के बाजवदू उपभोक्ताओं में कमाई घटने का डर कम नहीं हुआ है। इससे क्रेडिट कार्ड का उपयोग घटा है।