नई दिल्ली| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई ) के मनाही के बाद भी लोन पर मोरेटोरियम लेने वाले कर्जदारों का क्रेडिट स्कोर घटाया जा रहा है। कोरोना संकट के देखते हुए आरबीआई ने छह महीने तक किस्त (ईएमआई) चुकाने की राहत देने के साथ कहा था कि लाभ लेने वाले कर्जदारों का क्रेडिट स्कोर नहीं घटाए जाए। हालांकि, अब कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनका क्रेडिट स्कोर मोरेटोरियम लेने के बाद घटाया गया है।
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कानपुर के कारोबारी अनुज निगम ने बताया कि मार्च से लेकर अभी तक उनका क्रेडिट स्कोर 100 अंक घटा दिया गया है। उन्होंने अपने कर्ज पर छह महीने यानी 31 अगस्त तक मोरेटोरियम का लाभ लिया था। निगम समेत दर्जनों कर्जदारों ने अपने क्रेडिट स्कोर घटाने को लेकर ट्विटर के जरिये शिकायत दर्ज कराई है।
इकरा के उपाध्यक्ष और सेक्टर प्रमुख (वित्तीय क्षेत्र की रेटिंग) अनिल गुप्ता ने बताया कि कई कारणों से क्रेडिट स्कोर गिरता है। अगर कर्जदार द्वारा लगातार नए लोन की पूछताछ करता है तो उसका क्रेडिट स्कोर घटा दिया है।
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क्या होता है क्रेडिट स्कोर?
क्रेडिट स्कोर में आपके लेन-देन की पूरी जानकारी शामिल होती है। क्रेडिट स्कोर में तीन अंको का जिक्र होता है। इससे यह पता चलता है कि लोन का भुगतान समय से किया है या नहीं। आपके क्रेडिट कार्ड से जुड़ी हर जानकारी क्रेडिट स्कोर में होती है। क्रेडिट स्कोर यह बताता है कि बीते 24 महीनों में आपने कर्ज के भुगतान में कैसा रुख अपनाया। क्रेडिट स्कोर 300 और 900 के बीच होता है। आमतौर पर 700 से 900 के करीब वाले स्कोर को लोन के लिए अच्छा माना जाता है।