वॉशिंगटन। अमेरिका के दो शक्तिशाली सीनेटरों के समूह ने गुरुवार को सीनेट में एक प्रस्ताव रखकर भारत के प्रति चीनी आक्रामकता की आलोचना की है। भारत के खिलाफ चीनी आक्रामकता का लक्ष्य दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थिति बदलना था।
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सीनेट में बहुमत की पार्टी रिपब्लिकन के व्हिप सीनेटर जॉन कोर्निन और खुफिया मामलों पर सीनेट की प्रवर समिति के रैंकिंग सदस्य सीनेटर मार्क वार्नर का यह प्रस्ताव चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की गतिविधियों के बाद आया है। कोर्निन और वार्नर सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं।
कोर्निन ने कहा कि सीनेट इंडिया कॉकस के सह-संस्थापक के रूप में मुझे अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों का महत्व स्पष्ट रूप से पता है। सीनेटर ने कहा कि मैं चीन के खिलाफ खड़े होने और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र बनाए रखने में भारत की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करता हूं।
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उन्होंने कहा कि हमेशा के मुकाबले अब यह ज्यादा जरुरी है कि हम अपने भारतीय साझेदारों का साथ दें क्योंकि वे चीनी आक्रामकता के खिलाफ बचाव कर रहे हैं। चीनी एप्स पर भारतीय प्रतिबंध का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि हम भारत को चीनी सुरक्षा खतरों से अपने दूरसंचार बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने के लिए उठाए गए इस कदम की सराहना करते हैं।