लखनऊ उत्तर प्रदेश में बरेली की शहर कोतवाली पुलिस ने सरकारी अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो रूपये की ठगी करने वाले जिला महिला अस्पताल के बड़े बाबू, वार्ड ब्वॉय और उनका ड्राइवर गिरफ्तार हुआ है। पकड़े गए तीनों जालसाज पिछले डेढ़ साल से बरेली के आसपास के जनपदों से आए लोगों को 300 बेड के सरकारी अस्पताल में भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपए ठग चुके हैं। पुलिस पिछले तीन महीने से इन जालसाज़ों की तलाश कर रही थी।
जिला महिला अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप शर्मा, जिला अस्पताल का वार्ड ब्वॉय मोहम्मद ताहिर और ड्राइवर विकास यादव है। शहर कोतवाली पुलिस ने पश्चिम बंगाल में छिपे विकास यादव को गिरफ्तार किया और जब उससे पूछताछ हुई तो पता चला इसका असली मास्टरमाइंड कुलदीप शर्मा और मोहम्मद ताहिर हैं।
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दरअसल पिछले साल लॉकडाउन से पहले 300 बेड हॉस्पिटल में नर्स, वार्ड बॉय, स्वीपर समेत अन्य स्टाफ के लिए इस गैंग ने 50 लोगों से भर्ती के नाम पर सभी से 5-5 लाख रुपये ठग लिए और सभी का जिला अस्पताल में ही मेडिकल भी कराया गया। इतना ही नही सभी को फ़र्ज़ी नियुक्ति पत्र भी दे दिए गए। जब सभी लोग नौकरी लेने अस्पताल गए तो ये नियुक्ति पत्र फ़र्ज़ी निकले। जिसके बाद इन सभी को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। सभी लोग एसएसपी से मिले, जिसके बाद एसएसपी ने शहर कोतवाली में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो ठगी के पूरे प्रकरण का पर्दाफाश हो गया और पुलिस ने तीनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया। अब एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के बाद से ही पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ में लग गयी थी।
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उसके बाद जानकारी मिली कि विकास नामक युवक बंगाल में छिपा हुआ है। फिर पुलिस की दो टीमें बंगाल रवाना हुईं, वहां लोकल इनपुट के साथ विकास को गिरफ्तार किया। फिर उसके बाद बरेली से ताहिर और कुलदीप गिरफ्तार हुए। अब सभी को जेल भेज दिया गया. पूरे प्रकरण की जांच चल रही है।