बारामूला। पाकिस्तान की नापाक हरकत की अब कतई सफल नहीं हो पाएगी। इसके लिए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक ए पी महेश्वरी और जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने संयुक्त रूप से योजना तैयार की। संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि घाटी में शांति व्यवस्था को खराब करने के लिए पाकिस्तान की ओर से बड़ी संख्या में आतंकवादी घुसपैठ करने की कोशिश में हैं। जिसे रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत करनी चाहिए।
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पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि श्री महेश्वरी और श्री सिंह ने गुरुवार को सोपोर और बारामूला का दौरा किया तथा सुरक्षा व्यवस्था की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
श्री महेश्वरी और श्री सिंह ने बारामूला में सीआरपीएफ की 53वीं बटालियन के मुख्यालय में सीआरपीएफ के जवानों और पुलिस अधिकारियों के संयुक्त दरबार को संबोधित किया। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे उपायों की भी समीक्षा की।
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सीआरपीएफ और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक में डीजीपी महेश्वरी और डीजीपी सिंह ने घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में जम्मू-कश्मीर पुलिस तथा सीआरपीएफ अधिकारियों के अलावा अन्य सुरक्षाकर्मियों की भूमिका की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों की ओर से किए जा रहे कार्यों को प्रत्येक मंच पर सराहा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों की रक्षा के लिए सीआरपीएफ और पुलिस संयुक्त रूप से लगातार काम करती रहेंगी।