दुबई| महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स को अगर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी उम्मीदें जीवंत रखनी हैं तो उसे मंगलवार को यहां सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होने वाले मैच से दमदार वापसी करनी होगी। तीन बार के चैंपियन और पिछली बार के उप विजेता चेन्नई को अभी तक सात मैचों में से पांच में हार मिली है और अब वह जीत की राह पर लौटने के लिए बेताब है। आठ टीमों की तालिका में अभी वह सातवें स्थान पर है।
आईपीएल के इतिहास में चेन्नई को लक्ष्य का पीछा करने वाली सबसे अच्छी टीम माना जाता रहा है लेकिन इस साल अभी तक उसके बल्लेबाज ही नाकाम रहे हैं। उसे पांचों हार लक्ष्य का पीछा करते हुए मिली। शेन वॉटसन और फाफ डुप्लेसिस ने शीर्ष क्रम में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन मध्यक्रम को अब बेहतर खेल दिखाना होगा।
केदार जाधव के लगातार लचर प्रदर्शन के बाद चेन्नई ने पिछले मैच में उन्हें बाहर कर दिया था और उनकी जगह नारायण जगदीशन को चुना जिन्होंने 28 गेंदों पर 33 रन बनाए और अंबाती रायुडु (40 गेंदों पर 42 रन) के साथ मिलकर पारी को संवारा, लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद चेन्नई की बल्लेबाजी बिखर गई।
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सैम कुर्रेन, रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो भी बल्लेबाजी में असफल रहे। धोनी भी अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाए हैं। कप्तान ने भी बाद में स्वीकार किया कि अगर उन्हें आगे मैच जीतने हैं तो बल्लेबाजों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा। धोनी ने कहा, ”बल्लेबाजी थोड़ा चिंता का विषय है। हमें इसको लेकर कुछ करने की जरूरत है।”
गेंदबाजी में दीपक चाहर और जडेजा अब तक प्रभावशाली रहे हैं। ब्रावो की वापसी से टीम संतुलित हुई, लेकिन कुर्रेन, शार्दुल ठाकुर और कर्ण शर्मा को और अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। इस मैच में धोनी की टीम सनराइजर्स से पिछले मैच में मिली सात रन की हार का बदला चुकता करने की भी कोशिश करेगी।
सनराइजर्स की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। उसने सात मैचों में से तीन में जीत दर्ज की है और तालिका में पांचवें स्थान पर है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को पांच विकेट की हार से टीम आहत हुई होगी क्योंकि चार विकेट पर 158 रन बनाने के बाद एक समय उसने मैच पर अच्छा नियंत्रण बना रखा था।
बल्लेबाजी सनराइजर्स के लिए चिंता का विषय नहीं है क्योंकि जॉनी बेयरस्टॉ, कप्तान डेविड वॉर्नर, मनीष पांडे और केन विलियमसन लगातार अच्छा स्कोर बना रहे हैं और जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। गेंदबाजी उसका कमजोर पक्ष बनकर सामने आया है। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और ऑलराउंडर मिशेल मार्श को गंवाने के बाद सनराइजर्स की गेंदबाजी कमजोर पड़ी है। लेग स्पिनर राशिद खान और यॉर्कर विशेषज्ञ टी नटराजन ने हालांकि उसकी तरफ से अच्छी गेंदबाजी की है, लेकिन संदीप शर्मा, खलील अहमद और युवा अभिषेक शर्मा उसकी गेंदबाजी इकाई की कमजोर कड़ी साबित हुए हैं।