परंपरागत फसलों की खेती में मुनाफा लगातार कम होते जा रहा है। इस स्थिति में सरकार किसानों को नई फसलों को अपनाने की सलाह दे रही है। इसी कड़ी में किसानों को मेडिसिनल प्लांट की खेती करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। स्टीविया (Stevia) भी इन्हीं मेडिसिनल प्लांट में एक है।
स्टीविया (Stevia) के पत्तियों में मिलते हैं कई पोषक तत्व
स्टीविया (Stevia) के पत्तियों में कई प्रकार के पोषत तत्व पाए जाते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। साथ ही कैल्शियम, जिंक, आयरन, फास्फोरस, कॉपर, मैगनीज जैसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों के खिलाफ फायदेमंद माने जाते हैं।
5 साल तक कमाएं लगाएं मुनाफा
स्टीविया (Stevia) की खेती पौधे की कटिंग या बीज की विधि से कर सकते हैं। स्टीविया की खेती साल में दो बार की जा सकती है। सितंबर से अक्टूबर और फरवरी से मार्च के बीच इसकी रोपाई की जाती है। सामान्य तापमान पर इसका पौधा काफी विकास करता है। इसकी रोपाई नर्सरी विधि से की जाती है। पहले बीजों से पौधे तैयार किए जाते हैं, फिर पौधों की रोपाई खेतों में कर दी जाती है। गर्मी के महीने में स्टीविया की फसल को हर हफ्ते सिंचाई की जरूरत पड़ती है। वहीं ठंड के मौसम में यह अंतराल 10 दिनों का हो जाता है। यह फसल एक बार लगाने पर 5 साल लगातार मुनाफा दे सकती है।
1 लाख की लागत में 8 लाख तक का मुनाफा
स्टीविया एक औषधीय पौधा है, जिसका आमतौर पर कई रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एक एकड़ में स्टीविया के करीब 40,000 पौधे लगा सकते हैं। इस दौरान कुल 1 लाख रुपये की लागत आती है। इस पौधे को कम जगह में कर सकते हैं।
खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक संस्थानों की मदद लेगी सरकार
अगर आप एक एकड़ में स्टीविया के 40 हजार पौधे लगाते हैं तो 25 से 30 क्विटल सूखी पत्तियों का उत्पादन होगा। बाजार में स्टीविया का भाव 250 से 500 रुपये प्रति किलो तक है। ऐसे में किसान एक एकड़ में 8 से 10 लाख रुपये तक का मुनाफा जरूर कमा सकता है।