नई दिल्ली। कोरोना संकट के दौर में त्योहारों पर खरीदारी को लेकर इस बार काफी कुछ बदला हुआ दिख रहा है। ग्राहकों को अपनी ओर खींचने के लिए ई-कॉमर्स और खुदरा दुकानदारों की वर्षों पुरानी जंग खत्म होती दिख रही है और दोनों मिलकर ग्राहकों को लुभा रहे हैं। हालांकि, दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों की जंग में उपभोक्ताओं की दिवाली अभी शुरू हो गई है। मिंटलाइव, रेड सियर, रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार त्योहारों पर 75 फीसदी उपभोक्ता ऑनलाइन खरीदारी करने वाले हैं। जबकि 66 फीसदी छोटे स्टोर पर खरीदारी को तरजीह देंगे। वहीं शॉपिंग मॉल में खरीदारी करने वाले महज 33 फीसदी होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना के डर से उपभोक्ता बाजार में जाने और स्टोर से खरीदारी की बजाय ऑनलाइन खरीदारी को ज्यादा तरजीह दे रह हैं।
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रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सीईओ कुमार राजगोपालन का कहना है कि इस बार अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन खरीदारी की पड़ताल कर रहे हैं। बाटा इंडिया के सीईओ संदीप कटारिया का कहना है कि शुरुआती संकेत से दिख रहा है कि लोग दूर्गा पूजा पर बाजार में निकलकर खरीदारी करना चाह रहे हैं लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि ज्यादातर उपभोक्ता ऑनलाइन खरीदारी पसंद कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 16 अक्तूबर से शुरू हुई ई-कॉमर्स की सेल में बड़े शहरों के मुकाबले छोटे शहरों के उपभोक्ता खरीदारी में आगे हैं। केवल दो दिनों में 50 फीसदी अधिक युवा उपभोक्ता जुड़े हैं जिनमें ज्यादातर तीसरी श्रेणी के शहरों से हैं। हालांकि, इस बार बड़ी राशि की खरीदारी पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी कम रहने का अनुमान है। नौकरियां जाने और वेतन कटौती की वजह से खरीदारी की राशि में कमी आएगी।