प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश में विगत 04 वर्षों से विद्युत उपभोक्ताओं की सुविधा के लिये उप्र पावर कार्पोरेशन द्वारा रिकार्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में सांयकाल से रात्रि तक जनता विद्युत के लिये परेशान रहती थी। लोग अंधेरे में जीवन यापन करते थे, बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
एक ओर जहां विद्यार्थियों को पढ़ने में परेशानी होती थी, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें व बाजार बिना बिजली के खुले रहते थे। लेकिन वर्तमान सरकार ने विगत चार वर्षों से पूरे प्रदेश को सूर्यास्त से सूर्योदय तक कटौती मुक्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।
विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए ऊर्जा मंत्री ने बताया कि वर्ष 2012-13 से 2016-17 के बीच 05 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों को औसत आपूर्ति मात्र 12 घण्टे 11 मिनट, तहसील मुख्यालयों को 13 घण्टे 14 मिनट जनपद मुख्यालयों को 19 घण्टे 19 मिनट विद्युत आपूर्ति की जाती थी। इस सरकार में वर्ष 2017-18 से ग्रामीण क्षेत्रों को लगातार औसत आपूर्ति लगभग 18 घण्टे (17 घण्टे 41 मिनट) तहसील हेडक्वार्टर को लगभग 21 घण्टे (20 घण्टे 45 मिनट) तथा जनपद मुख्यालयों को लगभग 23 घण्टे विद्युत आपूर्ति की गयी। इस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में 5 घण्टे 30 मिनट, तहसील मुख्यालयों में 7 घण्टे 30 मिनट तथा जनपद मुख्यालयों में 3 घण्टे 41 मिनट ज्यादा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गयी।
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ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में लगातार रिकार्ड बन रहे हैं। पिछले वर्ष 17 एवं 18 जुलाई को 23867 मेगावाट की अधिकतम बिजली आपूर्ति की गयी, जबकि इस वर्ष 30 जून 2021 को 24926 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की गयी। इसी तरह गत माह 16 जुलाई को विद्युत मांग बढ़कर 25032 मेगावाट पहॅुच गयी। इतनी बिजली की आपूर्ति करके बिजली विभाग ने एक नया रिकार्ड बनाया तथा प्रदेश की जनता को भीषण गर्मी से राहत मिली। उन्होंने बताया कि गर्मियों में औसतन 24000 मेगावाट बिजली आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय केन्द्र व राज्य सरकार की नीतियों और उसके सफल क्रियान्वयन तथा ऊर्जा विभाग के कार्मिको को दिया।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि गर्मी और उमस के कारण एसी और कूलर जैसे विद्युत उपकरणों का उपयोग बढ़ रहा है, जिसके कारण लगातार विद्युत मांग बढ़ती जा रही है। महज साढ़े तीन साल में प्रदेश में प्रतिदिन नौ हजार मेगावाट बिजली की मंाग बढ़ी है, जिसकी आपूर्ति करके विभाग उल्लेखनीय कार्य कर रहा।