पीएम मोदी ने आज सोमवार को सिद्धार्थनगर जिले के माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के नौ मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की शुरुआत की। पीएम मोदी जनता को संबोधित भी किया।
पीएम मोदी ने कहा कि 7 साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और 4 साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे। सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था। ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की सायकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी।
पीएम मोदी ने कहा कि आज केंद्र में जो सरकार है, यहां यूपी में जो सरकार है, वो अनेकों कर्मयोगियों की दशकों की तपस्या का फल है। सिद्धार्थनगर ने भी स्वर्गीय माधव प्रसाद त्रिपाठी जी के रूप में एक ऐसा समर्पित जनप्रतिनिधि देश को दिया, जिनका अथाह परिश्रम आज राष्ट्र के काम आ रहा है।
उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर के नए मेडिकल कॉलेज का नाम माधव बाबू के नाम पर रखना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची कार्यांजलि है। माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा।
1947 से 2017 तक केवल 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे : सीएम योगी
उन्होंने कहा कि 9 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से, करीब ढाई हज़ार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 5 हजार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिक्स के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है। जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार से हुई दुखद मौतों की वजह से बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल, वही उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी के लोग ये भी देख रहे है कि जब योगी जी को जनता-जनार्दन ने सेवा का मौका दिया तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया, इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया। सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है। यूपी के भाई-बहन भूल नहीं सकते कि कैसे योगी जी ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी। योगी जी तब मुख्यमंत्री नहीं थे, सांसद थे।
खीरभवानी मंदिर में अमित शाह ने की पूजा, मंदिर की लगाई परिक्रमा
पीएम मोदी ने कहा कि क्या कभी किसी को याद पढ़ता है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो? बताइए, क्या कभी ऐसा हुआ है? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है- राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर, फतेहपुर और जौनपुर में 2329 करोड़ की लागत से 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण हुआ है। उन्होंने कहा कि पहली बार लोगों की पीड़ा समझी गई। अब कोई स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में दम नहीं तोड़ेगा।
सीएम योगी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री सिद्धार्थनगर में उपस्थित हुए हैं इसी प्रकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की कवायद चल रही है। आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी कि अब इन सब जिलों में कोई भी किसी भी गंभीर बीमारी से दम नहीं तोड़ेगा। पीएम मोदी ने देश को स्वस्थ भारत समृद्ध भारत बनाकर दुनिया के सामने पेश किया है। उन्होंने कहा कि 1947 के पहले उत्तर प्रदेश में 3-4 मेडिकल कॉलेज थे, 1947 से 2016 तक उत्तर प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में केवल 12 मेडिकल कॉलेज बन पाए थे।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी, सासंद जगदम्बिका पाल, विधायक राधवेंद्र प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।