अहमदाबाद। गुजरात (Gujrat) में महातूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) की आहट अब तेज सुनाई दे रही है। गुजरात और मुंबई में समुद्र तट पर ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई इलाकों में तूफान की एंट्री होने से पहले तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक, कल (15 जून) लैंडफॉल के वक्त करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाला तूफान (Cyclone Biparjoy) गुजरात से गुजरने वाला है। लेकिन भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर के जिले सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। सोमनाथ में इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
रिले टॉवर ध्वस्त
गुजरात के द्वारका और सोमनाथ दोनों ही हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थल हैं। यहां भी चक्रवात का भारी प्रभाव देखने को मिल रहा है। द्वारका जिले में 400 से ज्यादा शेल्टर होम की पहचान की गई है और लोगों को यहां शिफ्ट करवाया जा रहा है। वहीं, द्वारका में पहले से असुरक्षित घोषित किए गए एक रिले टॉवर को ध्वस्त किया गया है। जानकारी के मुताबिक, इसकी जगह बाद में यहां नया टावर बनाया जाएगा। बता दें कि द्वारका, गुजरात तट से सटा हुआ इलाका है, जहां प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर भी स्थित है।
चपेट में द्वारकाधीश और सोमनाथ मंदिर!
आज सुबह से ही द्वारका में समुद्र तट पर ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं, जो यहां स्थित मंदिर तक पहुंच रही हैं। इसके साथ ही इस इलाके में न आने और स्नान न करने के चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। वहीं, द्वारकाधीश मंदिर (जिसे जगत मंदिर के नाम से भी जाना है) में कल दो झंडे फहराए जाने का फोटो भी सामने आया था, जिस पर पंडित का कहना था कि तेज हवाओं के चलते ऊपर तक झंडा फहराना मुमकिन नहीं था इसलिए पहले से लगे झंडे के नीचे ही नया झंडा फहरा दिया गया था। बताते चलें कि मंदिर के 50 मीटर ऊंचे शिखर पर 52 गज का ध्वज दिन में 5 बार बदला जाता है।
द्वारका के अलावा कल (13 जून) सोमनाथ मंदिर के पास भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। समुद्र तट पर स्थित सोमनाथ मंदिर तक ऊंची-ऊंची लहरें देखी गईं थी। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान (Cyclone Biparjoy) का आज सबसे ज्यादा असर दिखेगा। गुजरात के कच्छ, पोरबंदर, अमरेली, गिर सोमनाथ, द्वारिका जिले के सभी स्कूलों में आज से दो दिन यानी 14 और 15 जून की छुट्टी कर दी गई है।
Cyclone Biparjoy: विकराल हो रहा है तूफान, केरल-मुंबई के समंदर में हलचल
गुजरात के द्वारका और कच्छ जिले में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। तूफान के असर को देखते हुए अब तक 8 जिलों में 37,794 लोगों को स्थानांतरित किया जा चुका है। तूफान (Cyclone Biparjoy) से निपटने के लिए NDRF की 15 और SDRF की 12 टीमें तैनात कर दी गई हैं। पीएम मोदी ने संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों से व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उन्हें अलर्ट मोड पर रहने और सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
बता दें कि बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (Cyclone Biparjoy) बना बिपरजॉय, गुरुवार (15 जून) दोपहर को कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा, जिसकी अधिकतम रफ्तार यानी हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी। तट से टकराने के बाद इसकी रफ्तार धीमी हो जाएगी।