हैदराबाद। चक्रवाती तूफान मैंडूस (Cyclone Mandus) ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में मामल्लपुरम (महाबलीपुरम) के करीब उत्तरी तमिलनाडु तट को छू लिया है। चक्रवाती तूफान का असर दोनों तेलुगु भाषी राज्य तेलंगाना व आंध्र प्रदेश के साथ राजधानी हैदराबाद पर भी पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार हैदराबाद में आज शनिवार व सोमवार के बीच हल्की बारिश की संभावना है।
मैंडूस (Cyclone Mandus) नामक तूफान ने नौ दिसंबर को भारतीय समय के मुताबिक रात करीब 11:30 बजे और 10 दिसंबर को 01:30 बजे पर उपरोक्त हिस्सों को पार कर लिया है। इस दौरान 65 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाएं 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गई थी।
मैंडूस अरबी भाषा का शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया।
मौसम विभाग ने बताया कि यह पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तरी तमिलनाडु में एक गहरे दबाव में बदलकर कमजोर पड़ गया है।
विभाग ने उपरोक्त चक्रवाती गतिविधि को देखते हुए आज यानी 10 दिसंबर को उत्तर तमिलनाडु व रायलसीमा तथा इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, विभाग ने इन इलाकों के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का भी पूर्वानुमान लगाया है।
इस बीच आंध्र-प्रदेश के दक्षिणी तटीय जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कुल 10 टीमें तैनात की गई हैं। चक्रवाती तूफान के असर से आंध्र प्रदेश के प्रकाशम नेल्लोर तिरुपति चित्तूर अन्नमैया कडप्पा जिलों में तेज बारिश हो रही है। कल भी इसका असर रहेगा। मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले 2 दिन तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है।
आंध्र प्रदेश के तटीय जिले नेल्लूर और प्रकासम में तेज हवा के कारण कई पेड़ सड़कों पर गिर गए जिससे यातायात ठप है। चित्तौर जिले के श्री कालाहस्ती की निकट स्वर्णामुखी नदी उफान पर है। जिले की केवी पुरम मंडल के कलंगी रिजरवायर में बाढ़ का पानी आने से गेट खोले गए और जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने आज राजधानी अमरावती के सचिवालय में चक्रवाती तूफान मैंडूस को लेकर समीक्षा बैठक की। प्रभावित जिला दिशा से वीडियो कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बाढ़ प्रभावित जिलों को सतर्क रहने और पुनर्वास केंद्र स्थापित किए जाने के आदेश दिए।
ताजा समाचार मिलने तक सुल्लुरूपेटा निर्वाचन क्षेत्र के तड़कुप्पम के तटीय क्षेत्र में रह रहे मछुआरा परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में बारिश और तेज हवाएँ चल रही हैं। अधिकारियों ने एहतियाती कदम उठाते हुए चित्तूर तथा तिरुपति जिलों के शिक्षण संस्थानों में शनिवार को अवकाश की घोषणा कर दी है।
तमिलनाडु के कई जिलों में तेज बारिश और चक्रवात के खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है। चक्रवाती तूफान के कारण आज शनिवार को चेन्नई में मूसलाधार बारिश हुई। जिसकी वजह से उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और कई अन्य में देरी हुई है।
चक्रवाती तूफान के कारण अगले तीन दिनों तक तेलंगाना में हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने से दिन के तापमान में गिरावट की संभावना है।
तेलंगाना राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार अब तक भारी बारिश की सूचना नहीं है। जिन छह जिलों में तूफान की वजह से बारिश की संभावना है, उनके जिलाधिकारियों को सतर्क किया गया है और नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं।