Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

डाबर का हुआ बादशाह मसाला, इतने शेयर हासिल कर सबसे बड़ी हिस्सेदार बनी कंपनी

Badshah masala

Dabur has bought Badshah Masala

कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (FMCG) के क्षेत्र की दिग्गज कंपनी डाबर (Dabur) ने अब मसाला कारोबार में भी एंट्री कर ली है. कंपनी ने बादशाह मसाला (Badshah Masala) में सबसे ज्यादा 51% हिस्सेदारी हासिल कर इस कंपनी का अधिग्रहण कर लिया है. इस बात का ऐलान डाबर ने बकायदा प्रेस रिलीज जारी कर किया है. इसमें बताया गया है कि बादशाह मसाला कंपनी के मौजूदा प्रमोटर्स और शेयर होल्डर्स के साथ डाबर इंडिया लिमिटेड ने डील पूरी करते हुए 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली है.

इससे पहले Dabur ने अक्टूबर महीने में बादशाह मसाला (Badshah Masala) की हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान कर दिया था. तब बताया गया था कि डाबर ने बादशाह मसाला में 51 फीसदी हिस्सेदारी 587.52 करोड़ रुपये में खरीदी है. एक ज्वाइंट बयान में कहा गया कि डाबर ने बादशाह मसाला प्राइवेट लिमिटेड की 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए पक्के एग्रिमेंट पर साइन किए. अब इस डील के पूरे होने के बाद बादशाह मसाला पर डाबर इंडिया का मालिकाना हक हो गया है.

तब दिए गए ज्वाइंट बयान में कहा गया था कि बादशाह मसाला पिसे हुए मसालों, मिक्स मसालों और अन्य खाद्य प्रोडक्ट्स बनाकर बेचती है और निर्यात भी करती है. डाबर इंडिया ने शेयर बाजार को बताया था कि यह अधिग्रहण फूड सेक्टर की नई कैटेगरीज में प्रवेश करने के कंपनी के रणनीतिक इरादे के अनुरूप है. डाबर इंडिया ने कहा था कि 51 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 587.52 करोड़ रुपये में डील हुई है.

इस डील के लिए बादशाह मसाला की वैल्यू 1,152 करोड़ रुपये थी. कंपनी ने कहा था कि बाकी 49 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण अगले 5 साल बाद किया जाएगा. कंपनी ने कहा था कि इस अधिग्रहण के साथ डाबर इंडिया 3 साल में अपने फूड बिजनेस को 500 करोड़ रुपये तक बढ़ाने का इरादा रखती है.

तब घटा था डाबर (Dabur) इंडिया का मुनाफा

अक्टूबर में जारी दूसरी तिमाही के रिजल्ट में डाबर इंडिया के कंसोलिडेट मुनाफे में सालाना आधार पर 2.85 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. सितंबर की तिमाही में कंपनी का मुनाफा 490.86 करोड़ रहा था. वहीं, पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 505.31 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. हालांकि, ऑपरेशन से कंपनी के रेवेन्यू में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी और ये 2,986.49 करोड़ रुपये हो गया था. पिछले साल इसी अवधि में ये आंकड़ा 2,817.58 करोड़ रुपये रहा था.

Exit mobile version