देशभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ का खतरा अब उत्तर प्रदेश में भी मंडराने लगा है। नागपुर से आए एक व्यक्ति में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अहम निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने प्रदेश में आने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच कर उनके सैम्पल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए हैं।
असल में बुधवार को नागपुर से आया एक यात्री डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित मिला था, जिसके बाद से ही योगी सरकार अलर्ट पर है। केंद्र सरकार भी अलर्ट पर है और शुक्रवार को ही केंद्र ने 8 राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जिन-जिन जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं, वहां तुरंत कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं।
यूपी में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश में आने वाले हर यात्री का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाए और उसका सैम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए। साथ ही साथ उन्होंने केजीएमयू और बीएचयू में जीनोमी सीक्वेंसिंग की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक 12 प्रदेशों में करीब 50 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 20 मामले महाराष्ट्र में, 9 मामले तमिलनाडु में और 7 मामले मध्य प्रदेश में सामने आए हैं।
डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर चिंता इसलिए भी वाजिब है क्योंकि ये बाकी वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है, यानी ज्यादा तेजी से फैलता है। एक्सपर्ट चिंता जता चुके हैं कि अगर देश में कोरोना की तीसरी लहर आती है तो उसके पीछे डेल्टा प्लस वैरिएंट जिम्मेदार होगा।