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दंतेवाड़ा: जंगमपाल में एक लाख का इनामी नक्सली वट्टी हूंगा ढेर, मुठभेड़ जारी

dantewada encounter

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के 8 दिन बाद एक और मुठभेड़ की जानकारी मिल रही है। अभी तक मिली सूचना के मुताबिक पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में नक्सली वट्टी हूंगा मारा गया है।

हूंगा कटेकल्याण एरिया कमेटी में बड़ी पोजिशन में था और उस पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित है। जवानों ने उसका शव बरामद कर लिया है।

घटनास्थल से बड़ी मात्रा में नक्सली साहित्य, रोजमर्रा की जरूरत का सामान, एक 8 MM पिस्तौल, देसी कट्‌टा, 2 किलो IED बम जब्त किए हैं। दंतेवाड़ा SP डाक्टर अभिषेक पल्लव ने इस मुठभेड़ और हूंगा के मारे जाने की पुष्टि की है। उनके मुताबिक अभी फायरिंग जारी है और नक्सली पीछे भागते हुए फायर कर रहे हैं। हमारे जवानों को कोई क्षति नहीं पहुंची है। आपरेशन जब पूरी तरह खत्म होगा तो पूरी जानकारी सामने आएगी।

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दंतेवाड़ा पुलिस को सूचना मिली थी कि कटेकल्याण के जंगलों में नक्सली मूवमेंट है। सूचना के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप के जवानों को सर्चिंग के लिए भेजा गया।

DRG को जंगल के भीतर जानकारी मिली कि कटेकल्याण एरिया कमेटी के माओवादी गादम और जंगमपाल इलाके में हैं। DRG के जवान उस ओर बढ़े। जैसे ही ये लोग गादम के भीतरी हिस्से में पहुंचे। जंगल में छिपे नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने तुरंत पोजिशन लेकर हमला बोला। बताया जा रहा है कि नक्सलियों को यहां जवानों के पहुंचने की उम्मीद नहीं थी, लिहाजा वे थोड़ा लापरवाह थे। इसी का फायदा उठाते हुए जवानों ने भीषण गोलाबारी की और यहां मौजूद हार्डकोर नक्सली वट्‌टी हूंगा को मार गिराया।

क्या है DRG

नक्सलियों से निपटने के लिए अभी सबसे कारगर बल डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप ही है। दरअसल इस ग्रुप में बस्तर के जिलों के युवकों को ही शामिल किया जाता है। जिले के युवक होने के कारण उन्हें उस इलाके का पूरी तरह भौगोलिक ज्ञान होता है। स्थानीय होने के कारण ग्रामीणों का उन पर विश्वास होता है और वे ज्यादा जानकारी जुटा लेते हैं।

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दूसरे फोर्स जिसमें बाहर के जवान होते हैं उनके साथ ये दोनों बातें लागू नहीं होती, लिहाजा अभी डीआरजी के जवान ही नक्सलियों के लिए सबसे बड़ा खतरा बने हुए हैं। इनकी मदद से सुरक्षा बलों ने कई आपरेशन सफलता से पूरे किए हैं।

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