कोलकाता| इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मौजूदा कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ की है। लॉयड का मानना है कि गांगुली टीम इंडिया में बदलाव लेकर आए और अब विराट कोहली इस बदलाव को अलग लेवल पर ले गए हैं। क्रिकेटर से कमेंटेटर बने लॉयड 2000 के दशक के शुरू में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट प्रतिद्वंद्विता के बारे में बात कर रहे थे, जब गांगुली की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने घरेलू सीरीज 2-1 से जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया में चार मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रॉ करायी और बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी थी।
‘मैं गांगुली का बड़ा फैन हूं’
उन्होंने सोनी टेन पिट स्टॉप शो में कहा, ‘मैं गांगुली का बहुत बड़ा फैन हूं। मेरा मानना है कि सौरव गांगुली ने टीम में यह बात भरी कि अब तेज गेंदबाज हम पर मनमाफिक हावी नहीं रहेंगे, क्योंकि हम अपने खुद के कुछ अच्छे खिलाड़ी ढूंढ रहे हैं।’ लॉयड ने कहा, ‘हमेशा से यह माना जाता रहा कि भारत विदेश में उछाल वाली गेंदों को पसंद नहीं करता, लेकिन गांगुली की अगुवाई में टीम उछाल वाली पिचों पर खेलने के लिए पूरी तैयारियों के साथ ऑस्ट्रेलिया गई थी।’
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‘गांगुली ने कैटालिस्ट का काम किया’
उन्होंने कहा, ‘बेशक भारत के खिलाफ उसकी सरजमीं पर खेलना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन शुरू से यह माना जाता रहा कि भारत के खिलाफ विदेशी धरती पर आपके पास मौका होता है। गांगुली ने कैटालिस्ट का काम किया और टीम में राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी भी थे।’ गांगुली भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने 49 टेस्ट मैचों में से 21 में जीत दर्ज की जिनमें 11 मैच विदेशी धरती पर जीते गए।
लॉयड ने इसके बाद विराट की कप्तानी की बात की। उन्होंने कहा कि वो भारतीय टीम को अलग लेवल पर लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, ‘वह (कोहली) बेहतरीन खिलाड़ी तो है ही, बहुत अच्छा कप्तान भी है। वो कभी हार नहीं मानता और उसे किसी चीज का खौफ नहीं होता है। यह महत्वपूर्ण है कि वो डरता नहीं है।’ लॉयड ने कहा, ‘कोहली के बारे में मेरा मानना है कि वो मैच जीतने के लिए मैदान पर उतरता है। वो खुद के लिये रन नहीं बनाता वो वहां मैच जीतने के लिए होता है और आगे बढ़कर अगुवाई करता है।’