काशीपुर। उधम सिंह नगर में कई एकड़ में फैले एक आम के बाग में करीब 24 बंदरों (Monkeys) के शव मिले। इस बात की जानकारी मिलते ही गांव के लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाग की रखवाली कर रहे लोगों ने बंदरों को जहर देकर मार डाला। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने 5-7 लोगों को गिरफ्तार कर मामले की जांच में शुरू कर दी है।
मामला उधम सिंह नगर के काशीपुर का है। यहां कई एकड़ में फैले एक आम के बाग में करीब दो दर्जन बंदरों (Monkeys) के शव मिलने से हड़कंप मच गया। यह जमीन पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के रहने वाले एक शख्स की है। उसने करीब दो साल पहले इस जमीन को ठेके पर दिया था। स्थानीय लोग जब अपने जानवरों के लिए घास काटने बाग में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक बंदर का बच्चे अपनी मृत मां से लिपट कर रो रहा है।
इसके बाद गांववालों ने बंदर के बच्चे को अपने घर ले जाकर सुरक्षित रखा लिया। इस दैरान उन्होंने देखा कि आसपास और भी कई बंदरों के शव पड़े हैं। इस कारण आम के बाग में कई जगह से दुर्गंध आ रही थी। जब उसे खोदकर देखा तो उन्हें गड्ढा में कई सारे बंदर दबे हुए मिले।
आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले 15 वर्षों से आम के बाग को मालिक ठेके पर दे देता है। उन्होंने बाग की रखवाली कर रहे लोगों पर बंदर को जहर देकर मारने का आरोप लगाया। साथ ही इस बात की जानकारी पुलिस को दी और रखवाली कर रहे लोगों को पुलिस के हवाले किया।
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आईटीआई के थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय निवासी अजय कुमार और अभिषेक यादव ने बताया कि बरेली के कुछ लोगों ने इस जमीन को ठेके पर लिया है। उन्होंने ही इस घटना को अंजाम दिया होगा।
इसके बाद पुलिस ने बाग की रखवाली करने वाले सभी 5-7 लोगों को हिरासत में ले लिया। वहीं, मृत बंदरों के शवों को पशु चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। थाना प्रभारी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने का भी बात कही।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि बंदरों को जहरीला पदार्थ देकर मारा गया है। यह काम आम के बगीचे की रखबाली करने वालों ने किया है। जब बाहर के लोग बगीचे में घास काटने आए तो इस मामले का खुलासा हुआ।