नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही उन्हें तबीयत खराब होने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। वह आईसीयू में थे, सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें शुक्रवार देर रात वेंटिलेटर पर रखा गया था।
रघुवंश प्रसाद सिंह ने निधन पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने गहरा दुख जताया है। लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर लिया ‘प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है, लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूं। दुःखी हूं। बहुत याद आएंगे’।
2.5 लाख पंचायतों तक फाइबर पहुंचाने के लक्ष्य को गांव-गांव तक पहुंचाना है- मोदी
बता दें कि रघुवंश प्रसाद को लालू यादव का संकटमोचक कहा जाता है। जब भी लालू किसी संकट में फंसे तो रघुवंश प्रसाद उनके साथ हमेशा खड़े रहे। तीन दिन पहले ही रघुवंश प्रसाद यादव ने अस्पताल से चिट्टी लिखकर इस्तीफा दे दिया था।
रघुवंश प्रसाद ने ये लिखा था लालू को पत्र
राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा देने के लिए रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक पत्र लिखा था। रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने छोटे पत्र में लिखा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं। पार्टी के नेता, कार्यकर्ताओं और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें।
शाहरुख खान-दीपिका पादुकोण की जोड़ी एक्शन-कॉमेडी फिल्म में आएगी नजर
लालू ने दिया था ये जवाब
रघुवंश प्रसाद सिंह को भेजी गई चिट्ठी में लालू प्रसाद यादव ने लिखा था कि प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे वो विश्वास ही नहीं होता। अभी मेरे और मेरे परिवार के साथ ही राजद परिवार भी आपको स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है। चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक में मिल बैठकर विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठ के बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे हैं। समझ लीजिए। आपका, लालू प्रसाद।