लखनऊ। ट्रांसपोर्ट नगर के पास शनिवार शाम तीन मंजिला इमारत ढहने (Building Collapse) की घटना में मरने वालों की संख्या रविवार सुबह तक 8 हो गई है। कई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 28 लोगों को मलबे से निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, हादसे का शिकार हुई हरमिलाप बिल्डिंग में तीन फ्लोर थे। नीचे मोबील और स्पेयर पार्ट्स का काम होता था। बीच के फ्लोर में दवाओं का और तीसरे फ्लोर पर गिफ्ट आइटम का वेयर हाउस था। बताया जा रहा है कि तेज बारिश के दौरान एकाएक कॉम्प्लेक्स का पिलर धंस गया। इमारत हिलने लगी, तभी दूसरे तल से प्लास्टर उखड़कर धड़ाम से नीचे गिरा। अचानक ऐसा लगा कि जैसे भूकंप आ गया हो।
राहत विभाग की ओर से रविवार को बताया गया कि सरोजनी नगर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित तीनमंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गयी। इस कारण मलबे में दब कर आठ व्यक्तियों की मौत हो गई।
इनकी हुई मौत
मरने वालों की पहचान आशियाना के पंकज (40), बंथरा निवासी धीरज (48),आलमबाग रोड निवासी अरुण सोनकर, राजकिशोर (27) और गोमती नगर निवासी जसमीत सिंह साहनी (41) के रूप हुई है। देर रात तीन और शव निकाले गए उनकी पहचान राज किशोर, रूद्र यादव, जगरूप सिंह के रूप में हुई है।
ये हुए घायल
घायलों में राजेंद्र, भानू, शत्रुघ्न, शिवमोहन, प्रवीना, शांतिदेवी, आदर्श यादव, काजल, आकाश कुमार, आकाश सिंह, विनोद यादव, आदित्य, आकाश कुमार, अनूप कुमार मौर्य, बहादुर, ओम प्रकाश, हेमंत पाण्डे, सुनील, दीपक कुमार, विनीत कश्यप, लक्ष्मी शंकर, अतुल राजपूत, नीरज, लक्ष्मी शंकर, शशांक, सोनू उर्मिला और एक अज्ञात का इलाज अस्पताल में चल रहा है। हादसे में पांच महिलाएं और 23 पुरुष घायल हैं।
इस हादसे के दौरान एक कंटेनर भी मलबे में दब गया। ड्राइवर का कहना था कि हादसे के वक्त कंटेनर से सामान उतारा जा रहा था। कहा यह भी जा रहा है कि ड्राइवर ने कंटेनर को तेजी से बैक किया, जिससे वह पिलर से टकरा गया और इमारत गिर (Building Collapse) गई।
हालांकि, सवाल यह भी है कि इतनी बड़ी इमारत के एक पिलर से कंटेनर के टकराने से ऐसा हादसा नहीं हो सकता। फिलहाल, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव अभियान में जुटी है।