जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के शेरगढ़ इलाके के भूंगरा गांव में सिलेंडर ब्लास्ट (Cylinder Blast Case) मामले में मौत का आंकड़ा बढ़कर 22 हो गया है। मंगलवार सुबह चार और लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में दूल्हे का पिता भी शामिल है। इससे पहले सोमवार रात को दूल्हे की मां की मौत हो गई थी। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
दरअसल, बाड़मेर जिले के खोखसर (गिड़ा) निवासी विजयसिंह की सबसे छोटी बेटी ओमकंवर की बारात जोधपुर के शेरगढ़ भूंगरा से आने वाली थी, जहां एक दिन पहले ही सिलेंडर ब्लास्ट (Cylinder Blast) के कारण दूल्हा समेत करीब 60 लोग झुलस गए थे। जैसे ही यह खबर दुल्हन के घर तक पहुंची तो शादी खुशियां मातम में तब्दील हो गई।
बताया जा रहा है कि शेरगढ़ के भूंगरा से बारात रवाना होकर गुरुवार शाम 4 बजे बाड़मेर के खोखसर आने वाली थी। करीब साढ़े 3 बजे का वक्त रहा होगा कि दुल्हन के भाई हेमसिंह ने फोन करके पूछना चाहा कि बारात रवाना हुई या नहीं? फोन किया तो किसी बच्चे ने फोन उठाया और फोन में चारों तरफ रोने की आवाज आ रही थी।
किसी अन्य से बात की तो खबर मिली कि गैस सिलेंडर फटने से दूल्हे के घर में हादसा हो गया है और कई लोग झुलस गए हैं, जो इलाज के लिए अस्पताल ले जाए जा रहे हैं। ये सब सुनते ही हेमसिंह के पैरो तले जमीन खिसक गई। बारात के स्वागत की हो रही थी तैयारी दुल्हन के भाई हेमसिंह ने बताया कि घर में रस्मों रिवाजों की तैयारी चल रही थी।
वहीं मंडप भी सज कर तैयार हो चुका था। महिलाएं शादी का गीत गा रही थी। इसी बीच जब फोन करके बारात रवाना होने की बात पूछी तो हादसे का पता चला। दुल्हन के पिता विजयसिंह हृदयरोगी है, तो उनसे हादसे की बात छुपाई गई। अब तक इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा
शेरगढ़ के भुंगारा निवासी सगत सिंह गोगादेव के पुत्र सुरेंद्र सिंह की गुरुवार को बारात रवाना होने वाली थी। इस दौरान एक गैस सिलेंडर में अचानक धमाका हुआ। इसके बाद दूसरा सिलेंडर फटा। दो अन्य सिलेंडर में भी आग पकड़ ली। घटनास्थल पर शेरगढ़ पुलिस के कांस्टेबल डूंगरसिंह ने दो जलते हुए सिलेंडर को बाहर निकाला।
इस दौरान कांस्टेबल का भी हाथ जल गया। सिलेंडर फटने से पूरे समारोह में आग लग गई। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद लोग आग की लपटों से घिर गए।