एटा। जिले जलेसर क्षेत्र के गांव नगला चंदन में 38 वर्षीय किसान पुष्पेन्द्र उर्फ पूरनसिंह का शव शुक्रवार को सुबह पांच बजे फांसी के फंदे पर लटकता (Hanging) हुआ मिला। उस पर करीब छह लाख रुपये कर्ज था। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
मृतक के चचेरे भाई रामगोपाल ने बताया कि एक साल पहले उसकी तीन भैंसे और तीन गायों की मौत हो गई थी। पशुओं के इलाज में काफी रुपया खर्च हुआ था। उसके बाद परिवार की आमदनी भी बंद हो गई। उसने दो लाख रुपये बैंक से कर्ज लिया और चार लाख रुपये अपने जानने वालों से कर्ज लिया। कर्ज देने वाले लोग उसे बार-बार टोकते थे। वह कर्जा नहीं चुका पा रहा था, तो वह अपनी पत्नी एवं बच्चों को लेकर दादरी चला गया, जहां सब्जी का काम करने लगा।
इधर बैंक कर्मचारी भी कर्जा जमा करने के लिए दबाब बना रहे थे। वहीं कर्जदाताओं के भी फोन आने लगे। इसी बात को लेकर पत्नी से झगड़ा हो गया। शुक्रवार को सुबह करीब पांच बजे उसी के खेत पर खड़े जामुन के पेड़ पर पुष्पेन्द्र का शव उसके भाई वीरेश और मनोज कुमार को फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला।
आनन फानन में शव को नीचे उतारा और पुलिस को सूचित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ करने के पश्चात शव को पोस्टमार्टम गृह भेज दिया।