नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि देशभर का किसान जो आज आंदोलन कर रहा है। वह अपनी पीड़ा को दर्शाने के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं मानता कि ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस कमजोर रही है। चुनावों के परिणामों को केंद्र द्वारा पारित कृषि कानूनों से जोड़कर नहीं देखना चाहिए, क्योंकि यह गलत होगा। दोनों ही मुद्दे अलग हैं। निकाय चुनावों में हम हर हार के लिए जिम्मेदार हैं।
सचिन पायलट ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब कृषि कानूनों अध्यादेश पारित किया गया था तभी इस पर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध शुरू किया था। हम लगातार निरंतर विरोध करते रहे। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो अभी वार्ता का दौर शुरू किया है। उसे पहले ही कर लेना चाहिए था। किसानों की आवाजों को केंद्र सरकार को सुनना चाहिए।
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कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध कर रहे किसानों को लेकर उन्होंने आगे कहा कि यह बात किसी सत्ता विपक्ष या किसी दल की नहीं, यह हमारी ड्यूटी है कि देश के किसानों के साथ हम खड़े रहे। यह बात कांग्रेस तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य दल और बाकी लोग भी साथ आ रहे हैं। किसानों के मुश्किलों में हमें साथ खड़े रहना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए। राजस्थान समेत समूचे देश के किसानों के साथ हम खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।
भाजपा द्वारा राजस्थान सरकार गिराए जाने की कोशिश करने का आरोप सीएम अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले लगाया था। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी और सरकार पर हम निश्चित रूप से खरी उतरी है। जो हमने वादे किये हैं उसे पूरा करेंगे। हम वादा करते है सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। लोग अलग-अलग तरह की बात करते हैं।