• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

नवनीत कालरा की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित

Writer D by Writer D
12/05/2021
in Main Slider, क्राइम, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय
0
navneet kalra

navneet kalra

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

दिल्ली की साकेत कोर्ट ने ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की बरामदगी के मामले में नवनीत कालरा की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया है। एडिशनल सेशंस जज संदीप गर्ग ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कल यानि 13 मई को फैसला सुनाने का आदेश दिया।

नवनीत कालरा की ओर से वरिष्ठ वकील विकास पाहवा ने कहा कि हमें निष्पक्ष ट्रायल मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल कोर्ट में दोषी साबित होने से पहले सोशल मीडिया में आरोपी को दोषी साबित कर दिया जाता है। नवनीत कालरा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि एफआईआर में जो भी आरोप लगाए गए हैं वे पूरी तरह से गलत हैं। उन्होंने कहा कि कालरा के रेस्टोरेंट से जो ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स की जब्ती की गई है वहां के मैनेजर और कर्मचारियों को भी बेवजह गिरफ्तार किया गया है।

पाहवा ने कहा कि ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर के लिए जीएसटी चुकाया गया और कस्टम से क्लियरेंस भी ली गई। उन्होंने कहा कि आयात भी कानूनी प्रक्रिया के तहत हुआ और उसे बेचा भी ऐप के जरिये गया, ऐसे में ये ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर अवैध कैसे हो गए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर तो पुलिस अफसरों ने भी खरीदा। नेताओं, जजों और कई लोगों ने खरीदा।

वैक्सीनेशन सेंटर में गोली चलने से एक घायल, मचा हड़कंप

पाहवा ने कहा कि पुलिस कह रही है कि ये महंगे दामों पर बेचे गए जबकि केंद्र सरकार ने आज तक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को लेकर कोई कीमत तय नहीं की है। उन्होंने कहा कि कालरा के यहां 70 हजार रुपये का ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर था लेकिन बाजार में ये दो लाख तक का बिक रहा है। ऑक्सीजन कंसेट्रेटर की कीमत उसके क्वालिटी और कितने लीटर का है इससे तय होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई वस्तु आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे में लाई जाती है तो उसका रेट तय कर दिया जाता है और अगर कोई भी व्यक्ति सरकार के तय किये गए रेट से ज्यादा वसूलता है तो ये अपराध की श्रेणी में आता है।

लेकिन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को इस दायरे में लाया ही नहीं गया। उन्होंने कहा कि एक तरफ हाई पावर्ड कमेटी कह रही है कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों को गिरफ्तार नहीं करें। पुलिस इस दिशानिर्देश का पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में गिरफ्तारी इसलिए की जा रही है ताकि कोरोना संकट के दौरान बाकी और चीजों से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके।

पुरूष नर्स के रूप में राजकुमार कर रहे हैं मरीजों की लगातार सेवा

दिल्ली पुलिस की ओर से पेश वकील अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि कालरा काफी प्रभावशाली है। आरोपी की ओर से पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने की मांग की। श्रीवास्तव ने 1984 के दंगे के हाईकोर्ट के एक फैसले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1984 दंगे के फैसले में कहा गया है कि असाधारण परिस्थिति में असाधारण कार्रवाई की जरूरत होती है। हम सबने पहले कभी भी कोरोना का संकट नहीं देखा है। सभी कठिन परिस्थिति में हैं। पुलिस को जांच करने में भी दिक्कत हो रही है।

श्रीवास्तव ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के पहले कई चीजों की बाढ़ आ गई थी। आरोपितों ने ब्रोशर के जरिये लोगों को लुभाया और कहा कि प्रीमियम पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स बेच रहे हैं। आरोपितों ने कीमत 27,999 रुपये रखी थी। लेकिन इसे लोगों से 70 हजार रुपये में बेचा गया। ये कंसेंट्रेटर चीन का बना था लेकिन आरोपित इसे जर्मन बता रहे थे। आरोपितों ने लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया। सभी आरोपितों ने लाभ कमाने के लिए साजिश रची।

पहले यह मामला क्षेत्राधिकार के मामले में फंसा रहा। इस मामले पर चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अरुण कुमार गर्ग ने सुनवाई की थी। बाद में डिस्ट्रिक्ट जज ने इसे सेशंस कोर्ट में दोबारा सुनवाई करने के लिए ट्रांसफर कर दिया। 10 मई को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। दिल्ली पुलिस नवनीत कालरा की तलाश कर रही है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने खान मार्केट के एक रेस्टोरेंट से ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर बरामद किये थे। उसके बाद पुलिस ने छतरपुर में छापा मारकर एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने 387 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर मैट्रिक्स सेलुलर कंपनी के वेयरहाउस से बरामद किये थे।

पुलिस ने 6 मई को लोधी कालोनी के एक रेस्टोरेंट से 419 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर जब्त किये थे। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गौरव, सतीश सेठी, विक्रांत और हितेश को गिरफ्तार किया था। इन चारों ने मैट्रिक्स सेलुलर के छतरपुर स्थित वेयरहाउस का खुलासा किया था। 7 मई को दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया था कि उसने रेस्टोरेंट से 105 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर बरामद किए हैं। इसके अलावा टाऊन हॉल नामक एक दूसरे रेस्टोरेंट से 96 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर जब्त किये गए थे।

Tags: crime newsdelhi newsnavneet kalra
Previous Post

वैक्सीनेशन सेंटर में गोली चलने से एक घायल, मचा हड़कंप

Next Post

रसायन बैटरी के उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए 18100 करोड़ रु की योजना मंजूर

Writer D

Writer D

Related Posts

Hair
फैशन/शैली

बालों को खूबसूरत बनाने के लिए ऐसे करें इसका इस्तेमाल, रिजल्ट हैरान कर देगा

13/10/2025
Bumps
फैशन/शैली

वैक्सिंग से स्किन पर हो गए हैं बंप्स, तो ये उपाय देंगे राहत

13/10/2025
Narak Chaturdashi
Main Slider

नरक चतुर्दशी पर करें येउपाय, अकाल मृत्यु का भय होगा दूर!

13/10/2025
Ahoi Ashtami
धर्म

अहोई अष्टमी के दिन गलती से भी न करें ये काम, खंडित हो जाएगा व्रत

13/10/2025
Dhanteras
धर्म

धनतरेस के दिन कर लें ये उपाय, घर में होगी पैसों की बरसात

13/10/2025
Next Post
pm modi

रसायन बैटरी के उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए 18100 करोड़ रु की योजना मंजूर

यह भी पढ़ें

ग्राउंड जीरो पर पहुंच सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा

19/10/2021
The Unknown Place

11 साल की उम्र में अनीश ने लिख दी किताब, ‘द अननोन प्लेस’

12/07/2022
अल्का राय

मुझे कुछ हुआ तो प्रियंका और कांग्रेस होगी जिम्मेदार : अल्का राय

17/03/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version