दूसरे राज्यों से राजधानी लखनऊ आने वाले श्रमिकों की संख्या 01 मई से लगातार घटती जा रही है। अब दूसरे (अन्य) राज्यों से लखनऊ वाले वाले श्रमिकों की संख्या प्रतिदिन 15000 से भी कम हो गई है। इसके पहले दूसरे राज्यों से लखनऊ आने वाले श्रमिकों की संख्या 25 हजार से ज्यादा थी।
उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बढ़ रहे लॉकडाउन का असर है कि श्रमिकों के पलायन की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है। इसके अलावा दूसरे राज्यों से लखनऊ आने वाली टूरिस्ट बसों पर लगी रोक भी श्रमिकों संख्या में कमी होने का एक बड़ा कारण है। लखनऊ आने वाले श्रमिकों की संख्या 01 मई से लगातार घटती जा रही है। लखनऊ वाले वाले श्रमिकों की संख्या प्रतिदिन अब 15000 से भी कम हो गई है। इसके पहले दूसरे राज्यों से लखनऊ आने वाले श्रमिकों की संख्या 25 हजार से ज्यादा थी। हालांकि ट्रेनों से श्रमिकों के लखनऊ आने का सिलसिला जारी है।
गत एक मई को करीब 17 हजार 787 श्रमिक, 02 मई को 14 हजार 86 श्रमिक और 03 मई को 14 हजार 53 श्रमिक लखनऊ आए थे। इसके पहले गत 20 अप्रैल को करीब 25 हजार 153 श्रमिक, 25 अप्रैल को 24 हजार 207 श्रमिक और 30 अप्रैल को 22 हजार 250 श्रमिक लखनऊ आए थे।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने गुरुवार को बताया कि दूसरे राज्यों से लखनऊ आने वाली टूरिस्ट बसों पर रोक लगा दी गई है। इसलिए श्रमिकों की संख्या कम हुई है। पहले टूरिस्ट बसों से रोजाना पांच से सात हजार श्रमिक लखनऊ आते थे।