नई दिल्ली। G-20 समिट के लिए विदेशों से आ रहे मेहमानों के स्वागत के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पूरी तरह सजकर तैयार है। सेंट्रल दिल्ली का कोना-कोना अपनी पहचान और G-20 के LOGO से जगमगा रहा है। रात के वक्त रंगीन लाइटों से इसकी खूबसूरती में और चार चांद लग रहे हैं। आइए देखते हैं, सरकारी इमारतों से सड़कों तक कैसी है दिल्ली की सजावट।
दिल्ली की जानी-मानी बड़ी इमारतें इन दिनों तिरंगे के रंग से जगमगा रही हैं। रात के वक्त सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग की खूबसूरती देखते ही बनती है।
नई दिल्ली हवाई अड्डा भी G-20 शिखर सम्मेलन के मेहमानों और प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसमें खास लाउंज, स्पेशल इमिग्रेशन काउंटर, झरने, जबरदस्त होर्डिंग्स और जगह-जगह G-20 लोगो जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
दिल्ली की सड़कों और पुलों को G-20 सम्मेलन के मद्देनजर लाइटों से सजाया गया है, यहां जगह-जगह G-20 के लोगो नजर आ रहे हैं। दिल्ली में जगह-जगह सड़कों के किनारे फाउंटेन लगाए गए हैं, जो रात में झंडे के रंग की लाइट में बहते नजर आते हैं।
दिल्ली की खास सड़कों के किनारे G-20 देशों के झंडे लगाए गए हैं। ये झंडे दिल्ली की कई सड़कों पर लगाए गए हैं, जो बेहद खूबसूरत लग रहे हैं।
दिल्ली G-20 समिट की मेजबानी के लिए तैयार है। समिट 9 और 10 सितंबर को है, इसमें अमेरिका और चीन जैसे देशों के राष्ट्रपति भी आएंगे। इसके लिए तैयार होटलों में भी G-20 की झलक दिखाई दे रही है।
सड़कों-इमारतों के अलावा दिल्ली के कूड़ेदान भी सजे नजर आ रहे हैं। जगह-जगह दिल्ली के कूड़ेदानों को पेंट कर शानदार बना दिया गया है। इनपर भी G-20 से लेकर चंद्रयान मिशन तक की छाप नजर आ रही है।
यहां की सड़कों को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे दिल्ली को जी20 थीम से नहला दिया गया है। अलग-अलग सड़कों पर G-20 के तरह तरह के डिजाइन बने हुए हैं। G-20 समिट को लेकर दिल्ली का रंग रूप एक दम बदला गया है।
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता ने दुनिया पर एक छाप छोड़ी है। अब दुनिया के अलग-अलग देशों से आने वाले लोगों को यहां चंद्रयान की सजावट भी देखने को मिलेगी।
G-20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में ITPO कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान के ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जाएगा। एयरपोर्ट के रास्ते से आने-जाने पर यहां खास तरह के फुव्वारे भी लगाए गए हैं, जो लोगों का ध्यान खींच रहे हैं।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राजधानी में 8 से 10 सितंबर तक यानी तीन दिनों तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। इसका मतलब है कि सरकारी स्कूलों के साथ दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूल भी बंद रहेंगे।
G-20 समिट के लिए दुनियाभर से मेहमान देश की राजधानी दिल्ली पहुंचने लगे हैं। 7 सितंबर की शाम से खास महमानों का जमावड़ा भी होने लगेगा। सुरक्षा के बंदोबस्त चाक चौबंद किए जा रहे हैं तो मेहमानों की मेहमान नवाजी के लिए राजधानी के बड़े-बड़े होटल भी तैयारी में कोई कमी नहीं रख रहे हैं।
1 सितंबर से 7 सितंबर के बीच दिल्ली के फव्वारों, लाइटों, पंपों, मोटरों के कामकाज की सख्ती से जांच करने और सड़कों, फुटपाथों और फुटपाथों की सफाई सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया था, जो आज पूरा हो जाएगा।
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बता दें कि G-20 सम्मेलन के लिए सड़क किनारे पौधे लगाने के साथ-साथ, फुव्वारा, G-20 का लोगो, सेंट्रल वर्ज का काम, साथ ही चारों तरफ हरियाली के लिए काफी संख्या में अलग-अलग तरह के खूबसूरत पौधे लगाने का काम, दीवारों पर पेंटिंग्स, मूर्तियां, रंग बिरंगी लाइट्स लगाई गई हैं।
बता दें कि G-20 के लिए 40 सड़कों के सौंदर्यीकरण पर काम किया गया और दिल्ली को 49 मूर्तियों और 109 फव्वारों से सजाया गया है। विदेशी मेहमानों को भारतीय संस्कृति की झलक विशेष तौर पर दिखे, इसके प्रयास भी किये गए हैं।
एयरपोर्ट पर यह भी सुनिश्चित किया है कि इन सभी मेहमानों के लिए अलग से कॉरिडॉर बनवाया गया है ताकि वे बिना बाधा के अपना क्लियरेंस कर सकें। इसके लिए अलग से इमिग्रेशन सेंटर भी बनाए गए हैं।
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बता दें कि G-20 का गठन 1999 में हुआ था। तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था। इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था।
2008-2009 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी। इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया।