नई दिल्ली। कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार ने अब हर महीने सीरो सर्वे कराने का फैसला किया है। यह सर्वे हर महीने की पहली से पांच तारीख तक किया जाएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने ये फैसला किया है कि अब हम हर महीने सीरो सर्वे कराएंगे ताकि ये पता चल सके कि कितने प्रतिशत लोगों को संक्रमण हो चुका है। 1 से 5 तारीख तक दोबारा से इसके लिए सैंपल लिए जाएंगे।
इसके अलावा राजधानी में बीते माह हुए सीरो सर्वे में 23.48 प्रतिशत लोगों के कोविड-19 से प्रभावित मिलने के बाद दिल्ली सरकार स्वास्थ्य विशेषज्ञों से मशविरा करेगी ताकि यह पता चल सके कि भविष्य की रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता है या नहीं। इस संबंध में मंगलवार को एक अधिकारी ने कहा कि सर्वे के परिणाम दिखाते हैं कि दिल्ली की औसत रूप से 23.48 प्रतिशत आबादी में एंटीबॉडीज की मौजूदगी दिखी है। अधिकारी ने कहा कि हम यह तय करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और महामारी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे कि सर्वे के परिणामों के मद्देनजर भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता है या नहीं।
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राजधानी दिल्ली में लोगों के कोरोना वायरस से स्वस्थ होने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 1349 नए मामले सामने आने के बाद यहां अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1,25,096 हो गई है। दिल्ली में फिलहाल 15,288 एक्टिव केस हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार शाम को जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान 1349 और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। हालांकि, आज 1200 मरीज ठीक भी हुए हैं। वहीं, 27 लोगों को इस बीमारी के कारण अपनी जान भी गंवानी पड़ी है।
राजधानी में अब तक सामने आए कुल 1,25,096 मामलों में से 1,06,118 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घरों को जा चुके हैं और 3690 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि राजधानी में आज 5651 आरटीपीआर / सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 15,201 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। अब तक कुल 8,51,311 टेस्ट किए जा चुके हैं। दिल्ली में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 689 पर पहुंच गई है।
गौरतलब है कि राजधानी में सात हफ्तों में पहली बार सोमवार को कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या 1,000 से कम रही थी और इसके लिए ‘आप’ तथा भाजपा में श्रेय लेने की होड़ लग गई है। ‘आप’ ने नए मामलों में आ रही कमी के लिए “केजरीवाल मॉडल” को श्रेय दिया। वहीं भाजपा ने कहा कि दिल्ली सरकार के तहत स्थिति बेकाबू होने के बाद केंद्र ने इसे ‘नियंत्रित’ किया। बता दें कि दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के 954 नए मामले दर्ज किए गए थे।