नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ठंडी पड़ गई है जिसे देखते हुए एक बार फिर देश की लाइफ लाइन पटरी पर आनी शुरू हो गई है। जिसके बाद सरकार द्वारा लगातार प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है इसी कड़ी में देश के तमाम राज्यों में स्कूल-कॉलेज भी ऑफलाइन मोड में खुलने शुरू हो गए हैं। वहीं डेढ़ साल बाद राजधानी दिल्ली में भी स्कूल आज यानी 1 नवंबर 2021 से सभी कक्षाओं के लिए फिर से ऑफलाइन मोड में खोल दिए गए हैं। दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक विद्यालय का जायजा लिया। मनीष सिसोदिया ने छात्राओं के साथ भी बात भी की है।
बता दें कि, दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने पिछले हफ्ते ऐलान किया था कि एक नवंबर से राजधानी के सभी स्कूलों को खोल दिया जाएगा। साथ ही, स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि एक समय में एक क्लास में 50 फीसदी से अधिक अटेंडेंस न हो। हालांकि, दिवाली समेत कई त्योहारों के नजदीक आने की वजह से कुछ स्कूल अभी नहीं खुल रहे हैं। ये स्कूल फेस्टिव सीजन के खत्म होने के बाद खुलेंगे।
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दिल्ली के सभी स्कूल खुल गए हों, लेकिन DDMA का आदेश है कि स्कूलों को ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों ही मोड्स में टीचिंग को जारी रखना होगा। कोरोनाकाल में ऑफलाइन चलने वाले स्कूल ऑनलाइन आ गए थे और इंटरनेट के जरिए से स्टूडेंट्स ऑनलाइन ही स्टडीज करते थे।
DDMA की गाइडलाइंस के अनुसार, एक क्लासरूम में सिर्फ 50 फीसदी स्टूडेंट्स की उपस्थिति ही रखनी होगी। साथ ही, स्कूलों को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग, वैकल्पिक बैठने की व्यवस्था जरूर हो। कुछ समय के लिए रूटीन गेस्ट विजिट्स से भी बचना होगा। जो स्टूडेंट्स, टीचर्स और नॉन-टीचिंग स्टाफ कोविड कन्टेनमेंट इलाके में रहते हैं, उन्हें स्कूल और कॉलेज में एंट्री नहीं दी जाएगी।
गाइडलाइंस में यह भी कहा गया है कि, राशन वितरण और वैक्सीनेशन जैसी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे इलाके को उस क्षेत्र से अलग किया जाना चाहिए जिसका इस्तेमाल शैक्षणिक एक्टिविटीज के लिए किया जा रहा होगा। आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले साल मार्च महीने से ही कोरोना महामारी की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया था। इसके अलावा, अन्य गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई थी।