नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर औरंगाबाद हवाई अड्डे का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज हवाई अड्डा करने का आग्रह किया है। दक्षिण मुंबई से शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कांग्रेस से पूछा कि क्या उनका आदर्श औरंगजेब है।
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दरअसल, साल 1653 में मुगल सम्राट औरंगजेब के नाम पर औरंगाबाद शहर का नामकरण हुआ था। सन 1689 में इसी शहर में औरंगजेब के इशारे पर छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज को मौत की सजा दी गई थी। इस बात की जानकारी बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी।
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भाजपा सांसद भागवत कराड ने इसको लेकर मंगलवार को केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की थी। नागरिक उड्डयन मंत्री ने सांसद कराड से हुई बातचीत के बाद ट्वीट किया है कि औरंगाबाद एयरपोर्ट का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज एयरपोर्ट रखने की मांग पर विचार किया जा रहा हैं। वहीं, औरंगाबाद के एमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि नामकरण की इस घिनौनी राजनीति में हमारे सुंदर शहर को बरबाद न किया जाए।
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बता दें कि दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने साल 1988 में इस शहर का नाम बदलकर संभाजी नगर रखने की मांग की थी। उसके बाद से ही नाम बदलने की राजनीति जारी है। चूंकि औरंगाबाद महानगरपालिका के चुनाव होने वाले हैं इसलिए शिवसेना ने इस मुद्दे को फिर से तूल दे दिया है। जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने नाम बदलने का कड़ा विरोध किया है। वहीं, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने नाम बदलने की राजनीति को नूरा-कुश्ती करार देते हुए कहा है कि चुनाव के चलते शिवसेना और कांग्रेस नाटक कर रही हैं।