वाराणसी/लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर (Ram mandir) के शिलान्यास के बाद एक ओर अयोध्या में पर्यटकों की आमद बढ़ी है, वहीं काशी के हुनरमंद कारीगरों की लकड़ी पर उकेरी गई राम दरबार (Ram Darbar) की मूर्तियों की मांग बढ़ी है।
वाराणसी में आने वाले पर्यटक भी राम दरबार (ram darbar) की मूर्तियों ख़ास पसंद कर रहे हैं। शिव की नगरी काशी में अयोध्या के रामदबार की मूर्तियों को लकड़ी पर उकेरा जा रहा है।
राम की नगरी अयोध्या और शिव की नगरी काशी का धार्मिक संबंध पहले से रहा है। अब काशी और अयोध्या का व्यावसायिक संबंध भी बन रहा है। वाराणसी के लकड़ी खिलौने उद्योग में अब राम दरबार की मूर्तियां भी बन रही हैं।
लकड़ी खिलौना उद्योग से जुड़े अमर अग्रवाल और बिहारी लाल अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और अयोध्या में राम मन्दिर के शिलान्यास के बाद पर्यटकों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। इससे लकड़ी के खिलौना उद्योग को काफी मदद मिली है। कोरोना के बावजूद अगले एक साल तक के लिए ऑर्डर मिल चुका है।
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वाराणसी जिला उद्योग के उपायुक्त वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले कुछ समय से वाराणसी के लकड़ी उद्योग को काफी आर्डर मिल रहे हैं। राम दरबार की मांग ज्यादा आ रही है। लकड़ी ख़िलौना उद्योग से जुड़े लोगो का कहना कि अयोध्या में आने वाले धार्मिक पर्यटकों को लकड़ी पर उकेरी गई राम दरबार की मूर्तियों को बेहद पसंद आ रही है।
अयोध्या के व्यापारी भी इन मूर्तियों का आर्डर वाराणसी में देकर बनवा रहे हैं। अन्य जगहों से भी इन मूर्तियों के ऑर्डर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीआई और ओडीओपी उत्पादों को उपहार में देने के अपील के बाद से बनारस के लकड़ी खिलौना उद्योग को काफी लाभ मिला है।