काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में मंगलवार को भी यहां विभिन्न कक्षाओं के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं का धरना-प्रदर्शन आज भी जारी रहा तथा लंका स्थित सिंह द्वार से आम लोगों की आवाजाही बाधित रही। विद्यार्थियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी कक्षाएं पुन: शुरू नहीं की जाएंगी, तब तक उनका धरना-प्रर्दशन जारी रहेगा। उनकी मांग है कि अंतिम वर्ष के साथ-साथ उनकी कक्षाएं भी शुरू की जाये।
स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की ‘ऑन-ऑफ लाइन’ कक्षाएं सोमवार से शुरू कर दी गईं, लेकिन प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की कक्षाएं उस तरह से शुरू नहीं की गई हैं।
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प्रदर्शनकारी कई छात्रों का कहना है कि वाराणसी समेत देश के अधिकांश स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालय पुन: खोल दिये गये हैं, लेकिन यहां उनकी कक्षाएं शुरू नहीं की जा रही हैं। इस वजह से उनकी पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित है तथा वे बेहद तनाव में हैं। ऐसे में प्रशासन को तत्काल कक्षाएं बहाल करनी चाहिए।
दूसरी ओर विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में कक्षाएं कोविड से संबंधित सरकार के दिशानिदेर्शों एवं एहतियाती उपायों का पालन करते हुए ही आयोजित की जाएंगी।
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गौरतलब है कि करीब 11 माह गत 17 फरवरी से अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास पुन: खोल दिये गये थे जबकि सोमवार यानी 22 फरवरी से उनकी ऑन-ऑफ लाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई। उससे पहले कोरोना महामारी के कारण कक्षाएं बंद करनी पड़ी थीं।